चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय के कोतवाली थाना क्षेत्र में 2 दिन पूर्व लापता हुए एक 9 वर्षीय बालक का शव उसके पड़ोसी युवक की निशानदेही पर चामटीखेड़ा कुंए से बरामद किया गया है. सीसी टीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने इस सन्दिग्ध युवक को डिटेन (Chittorgarh Police Detain Young Boy In Minor Murder) कर पूछताछ की बाद में इसकी ही निशानदेही से पुलिस ने कुवे से शव बरामद कर लिया. पुलिस का इस मामले में अग्रीम अनुसन्धान जारी है.
जानकारी में सामने आया कि शहर के चामटी खेड़ा क्षेत्र में रहने वाले राकेश मीणा का पुत्र आलोक उर्फ डुग्गू (09) गायब हो गया था. इसके गायब होने की रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज करवाई गई थी. कोतवाली पुलिस सीसी टीवी फुटेज सहित अन्य माध्यम से बालक की तलाश में जुटी हुई थी. पुलिस ने जांच करते हुए सीसी टीवी फुटेज खंगाले तो बालक अंतिम बार अपने पड़ोस में रहने वाले युवक के साथ बाइक पर जाता दिखाई दिया. वहीं आगे के फुटेज में उसके साथ वापस आने के कोई फुटेज नहीं मिले. इस पर पुलिस ने सलमान को डिटेन कर गहन पूछताछ की.
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पुलिस ने उसकी निशानदेही पर भिश्तीखेड़ा और चामटीखेड़ा के बीच बने एक ओपनवेल कुए से बरामद किया. इसके लिए सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया गया. इनके माध्यम से लापता आलोक का शव बरामद कर लिया है. मौके पर पुलिस उप अधीक्षक बुधराज टांक, कोतवाली थाना प्रभारी तुलसीराम, सदर थाना प्रभारी हरेंद्र सौदा सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. वहीं सूचना मिलने पर मौके पर लोगों की भीड़ भी जमा हो गई. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया है. पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद पुलिस आगे जांच करेगी.
लोगों ने किया हंगामा, कार्रवाई के आश्वासन पर मानेः कुएं में बच्चे का शव मिलने के बाद कलक्ट्रेट पर लोगों ने जमकर हंगामा किया. लोगों ने हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपित को फांसी देने की मांग की है. बाद में कार्रवाई के आश्वासन पर सहमति बनी और बालक के शव का पोस्टमार्टम हुआ. लेकिन कारणों के खुलासे पर अब भी पर्दा है. इससे पहले बड़ी संख्या में लोगों ने कलक्ट्रेट चौराहे पर पहुंच कर प्रदर्शन किया.
मौके पर पुलिस बल भी तैनात किया गया. सूचना पर विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारी भी कलक्ट्रेट पहुंच गए. लोगों की मांग थी कि पूरे मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाए और मुआवजा दिया जाए. लगभग 3 घंटे तक विरोध प्रदर्शन और प्रशासन की समझाइश के बाद लोगों का गुस्सा कम हुआ और पोस्टमार्टम करने पर सहमति बनी. उचित कार्रवाई और मुआवजे के आश्वासन पर लोग माने.