चित्तौड़गढ़. जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने पुलिस के काम को लेकर शनिवार को साल भर की उपलब्धियां और अपराधों का लेखा जोखा पेश किया. वहीं, कोरोना काल में कोविड-19 को लेकर किये गए कार्यों के बारे में भी बताया. साथ ही एसपी भार्गव ने कोरोना वॉरियर्स बनकर फ्रंट लाइन पर खड़े रहे पुलिसकर्मियों के बारे में भी बताया. इस दौरान 96 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए. वही निम्बाहेड़ा के हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई.
एसपी दीपक भार्गव ने एसपी ऑफिस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि 2020 सभी के लिए बुरा वक्त था. कोरोना काल में पुलिस ने आमजन से जुड़कर कई कार्य किए. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान पुलिस के लिए भी कठिन समय रहा. उस समय पुलिस ने साफ-सफाई, नाकाबंदी, कर्फ्यू, लोगों को खाना खिलाना, आश्रय देना, कपड़े देना आदि कई कार्यों में अपनी सहभागिता निभाई.
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इसके अलावा सदर चित्तौड़गढ़, चंदेरिया में लंबे समय तक किचन चलाया. सदर थानाधिकारी ने बन्द पड़ी दो होटलें खुलवा कर लोगों को भोजन करवाया. पुलिस ने 17 से 18 हजार लोगों को खाना खिलाया है. एसपी भार्गव का कहना है कि हालांकि वह इसे अपनी उपलब्धि नहीं मानते हैं. वे इन कार्यों को जनसेवा के रूप में लेना चाहते हैं. जहां एक ओर पुलिस सामाजिक कार्यों को अंजाम दे रही थी वहीं दूसरी ओर अपराधों को रोकने का प्रयास भी जारी था. कोरोना के दौरान धारा 188 के अंतर्गत 154 मुकदमे में 341 लोग गिरफ्तार किए गए. मास्क ना लगाने पर जुर्माना, तम्बाकू बेचने पर जुर्माना के रूप में 47 हजार 68 चालान हुवे.