चित्तौड़गढ़.बबलू उर्फ उदय सिंह रावत मामले में पुलिस शराब, शबाब और संपत्ति सहित हर एंगल को ध्यान में रखते हुए अनुसंधान में जुटी थी. लेकिन मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल सामने आने के बाद पुलिस जांच को नई दिशा मिल गई. सदर थाना क्षेत्र में आने वाले डोरिया-लसड़ावन के बीच घटेरा निवासी 26 साल के बबलू उर्फ उदय सिंह पुत्र नाथू सिंह रावत मीणा की पांच दिन पहले रक्त रंजित लाश मिली थी. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद मृतक की शिनाख्त करवा पाई.
पुलिस अनुसंधान में सामने आया कि मृतक अविवाहित होने के साथ-साथ अपने घर पर अकेला ही रह रहा था और मजदूरी कर अपना पेट पाल रहा था. घटना के दिन वह अपने घर से किसी काम पर जाने की बात कहकर निकला था, जिसकी अगले दिन लाश ही मिली. प्रारंभिक तौर पर सामने आया कि उसने शराब का भी सेवन कर रखा था.
ऐसे में शराब सेवन के दौरान आपसी झगड़े के दरमियान भी उसकी हत्या किए जाने की आशंका पर भी अनुसंधान चल रहा था. लेकिन मौका-ए-वारदात को देखने से एक बात तो साफ हो गई कि जिसने भी वारदात को अंजाम दिया, उससे बुरी तरह से खफा था. पता चला है कि देर रात एक महिला ने कुछ लोगों द्वारा किसी को मोटरसाइकिल से बांधकर घसीटते हुए भी देखा था, लेकिन भय के मारे उसने चुप्पी साध ली. पुलिस ने भी उसके पैरों की अंगुलियों पर घसीटे जाने की पुष्टि की है.