चित्तौड़गढ़.मासूमों के साथ दरिंदगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. प्रदेश में इसे लेकर जहां कानून व्यवस्था पर भाजपा सवाल खड़े कर रही है तो वहीं चित्तौड़गढ़ में पुलिस भी ऐसे दरिंदों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रही है. जिले में सप्ताह भर पहले शादी में आई तीन साल की मासूम के साथ दरिंदगी और हत्या (Chittorgarh minor girl rape and murder case) के मामले में महज 8 दिन के अंदर कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए चित्तौड़गढ़ पुलिस ने न्यायालय में चालान पेश कर मिसाल कायम की है.
जानकारी के मुताबिक चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी कस्बे में गत दिनों उस वक्त लोगों में आक्रोश फैल गया जब शादी में आई एक 3 साल के मासूम गायब हो गई और बाद में उसका शव खेत में बने कुंए से पुलिस ने बरामद किया. दुष्कर्म और हत्या की सनसनीखेज मामले से पूरा जिले में हड़कंप मच गया. भाजपा भी सरकार और प्रशासन पर हमलावर हो गई. घटना को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन भी किए गए लेकिन पुलिस ने बिना किसी दबाव में मासूम की हत्या करने वाले दरिंदे रमेश धाकड़ को सप्ताह भर के अंदर गिरफ्तार कर लिया. 22 अप्रैल को इस सनसनीखेज अपराध को लेकर धरना-प्रदर्शन के बीच तत्परता से काम करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अपराध अनुसंधान शाहना खानम ने महज 8 दिन में मामले की जांच पूरी करने के साथ (investigation complete in Chittorgarh minor girl rape case) न्यायालय में चालान पेश कर दिया.
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अधिवक्ताओं ने पैरवी करने से किया इनकार
इस पूरे मामले में जहां पुलिस ने तत्परता दिखाई है तो वहीं चित्तौड़गढ़ में कार्यरत वकीलों ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए निर्णय लिया कि आरोपी की ओर से न तो कोई अधिवक्ता पैरवी करेगा और न किसी बाहर से आए अधिवक्ता को पैरवी करने दी जाएगी जिससे कि समाज में रह रहे ऐसे दरिंदों को न्यायिक प्रक्रिया के जरिए उनके अंजाम तक पहुंचाया जा सके.