चित्तौड़गढ़. लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर भ्रम दूर हों और लोग खुले मन से वैक्सीन लगाने के लिए आगे आए. इसके लिए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और एसपी दीपक भार्गव निरंतर प्रयास कर रहे हैं. अब दोनों अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों के टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं और लोगों को मोटिवेट कर रहे हैं.
इसी क्रम में रविवार को दोनों अधिकारी एक नई पहल करते हुए जिले के भूपालसागर सीएचसी, अकोला सीएचसी सहित उसरोल राउमावि और जाशमा आदर्श राउमावि स्थित वैक्सीनेशन टीकाकरण केंद्र पहुंचे और लोगों को मोटिवेट किया. इस दौरान एसडीएम एस आर पिंडेल, पुलिस उपाधीक्षक दलपत सिंह भाटी, सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर, प्रधान हेमेंद्र सिंह राणावत एवं विकास अधिकारी भानूप्रताप सिंह हाड़ा सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी मौजूद रहे.
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टीकाकरण केंद्र पर दोनों अधिकारी न सिर्फ ग्रामीणों के साथ टीकाकरण के दौरान खड़े रहे बल्कि टीकाकरण के बाद उनसे ऑब्जर्वेशन के दौरान बातचीत भी की और टीके को लेकर पूछा. ग्रामीणों ने दोनों अधिकारियों को बताया कि टीका लगाने के बाद एक दम ठीक लगा रहा है और किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट नहीं दिख रहे हैं. इस पर दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील कर कहा कि यही बात लोगों को समझा कर अधिकाधिक संख्या में टीकाकरण के लिए आने के लिए प्रेरित करें. जिला कलेक्टर और एसपी ने आकोला सीएचसी पर आए ग्रामीणों को मास्क और सैनिटाइजर वितरित किए और लोगों को भी इसके उपयोग के लिए जागरूक करने के लिए कहा.
वैक्सीन एकदम सुरक्षित है: कलेक्टर
कलेक्टर और एसपी ने टीकाकरण को लेकर फैली भ्रांतियों को लेकर ग्रामीणों से बात की. दोनों अधिकारियों ने भूपालसागर, अकोला, उसरोल और जाशमा आदि में टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचे ग्रामीणों से ग्राउंड लेवल का फीडबैक लिया. ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में वैक्सीन को लेकर तरह-तरह के भ्रम फैले हुए हैं, जिस वजह से कुछ लोग वैक्सीन लगाने के लिए डर रहे हैं.