चित्तौड़गढ़. जिले में संचालित बेटी बचाओ बेटी, पढ़ाओ योजना, जिला महिला सहायता समिति और वन स्टॉप सेंटर के अन्तर्गत गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठकों का आयोजन बुधवार को जिला ग्रामीण विकास सभागार में अतिरिक्त और कार्यवाहक जिला कलक्टर मुकेश कुमार कलाल की अध्यक्षता में किया गया. इस बैठक में वर्ष पर्यन्त हुए कार्यों की प्रगति से अवगत कराया गया. बैठक में महिला अपराधों की समीक्षा भी की गई.
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बैठक में सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग राकेश तंवर ने संचालित योजनाओं की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की है. जिले में संचालित महिला सलाह एवं सुरक्षा केन्द्र, वन स्टॉप सेन्टर और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की प्रगति और कार्य में आने वाली समस्या के बारे मे जानकारी ली. इस पर महिला सुरक्षा और सलाह केन्द्र की काउंसलर ने वित्तीय वर्ष 2020-21 अन्तर्गत 127 प्रकरण दर्ज किए, जिसमें 113 प्रकरणों का निस्तारण किया गया और 14 प्रकरण निस्तारण के लिए प्रक्रियाधीन होना बताया गया.
वन स्टॉप सेन्टर की प्रबंधक द्वारा केन्द्र पर वित्तीय वर्ष 2020-21 अन्तर्गत 39 प्रकरण दर्ज किए जाकर 38 प्रकरण का निस्तार किया गया और एक प्रकरण निस्तारण के लिए प्रक्रियाधीन होना बताया. महिला सलाह और सुरक्षा केन्द्र की काउंसलर द्वारा केन्द्र पर उत्पीड़न की शिकार एक ही महिला द्वारा बार-बार प्रकरण दायर करवाया जाता है, जबकि महिला द्वारा संबंधित थाने पर भी प्रकरण दर्ज करवाया जाता है. इस संबंध में उन्होंने काउंसलर को निर्देश दिए हैं कि ऐसी महिला के प्रकरण पर ज्यादा ध्यान देकर काउन्सलिंग करवाई जाए, जिससे महिला के साथ किसी प्रकार की अनहोनी नहीं हो.
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रतन कुमार ने एक घरेलु हिंसा से पीड़ित महिला का उदाहरण देते हुए काउंसलर को बताया कि वे महिला की अच्छी तरह से निष्पक्ष काउंसलिंग करे एवं महिला को न्याय दिलाए, सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की प्रगति से अवगत कराया और जिले में बाल लिंगानुपात की स्थिति पर जिला कलक्टर द्वारा पीसीटीएस का डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए.
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कार्यवाहक जिला कलक्टर ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों को बताया कि भारतीय संस्कृति अन्य देशों की संस्कृति के बजाय बहुत ही प्राचीन एवं सुदृढ़ मानी जाती है. इसलिए विवाह जैसे पवित्र रिश्तों में यदि कोई दरार आ जाए तो उस महिला एवं उसके परिवार वालों की काउंसलर यदि संवेदनशीलता एवं सेवा भावना से काउंसलिंग करवाई जाए तो बहुत से परिवार टूटने से बच जाएंगे. बैठक में उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग राजकुमारी खोरवाल, शफीक इकबाल शेख और प्रभारी महिला सलाह एवं सुरक्षा केन्द्र एवं प्रबंधक वन स्टॉप सेन्टर उपस्थित रहे.