जयपुर.सीएम गहलोत ने कहा कि जब कंपनियां डूबने लगती हैं तो बैंक उद्योगपतियों को बुलाकर उनसे वन टाइम सेटेलमेंट करती है. जब उद्योगपतियों को राहत दी जा सकती है तो किसानों को क्यों नहीं दी जा सकती. किसानों ने आखिर क्या बिगाड़ा है. किसानों को भी वन टाइम सेटेलमेंट के जरिए कर्ज माफ किया जाना चाहिए. किसानों का कुछ पैसा राज्य सरकार देने को तैयार है. बस सब की नेशनल बैंक इन किसानों के कर्ज माफी का सेटलमेंट करें.
सीएम गहलोत ने कहा कि नेशनल बैंक हमारे अधीन नहीं आते वह केंद्र सरकार के अधीन आते हैं. कांग्रेस सरकार चाहती कि किसानों का कर्ज माफ हो इसके लिए प्रिंसिपल सेक्रेट्री लगातार इस प्रयास में लगे हैं. केंद्र सरकार को इस बारे में कई बार आग्रह किया जा चुका है. हमारे अधिकारी लगातार नेशनल बैंक के संपर्क में भी है और कोशिश करें कि किसी भी तरीके से नेशनल बैंकों का किसानों का कर्ज कर्ज भी माफ हो.
गहलोत ने कहा कि हमने कोऑपरेटिव भूमि विकास बैंकों का कर्ज पूरी तरीके से माफ किया है. हम चाहते हैं कि किसानों कि जो जमीन बैंकों के अधीन रखी हुई है. वह छूटे सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान को भी गलत बताया तो उन्होंने पिछले दिनों चुनाव के दौरान राजस्थान में जनसभा के दौरान कहा था. सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के अंदर किसानों को समय पर खाद बीज नहीं मिलता है. पुलिस की देखरेख के अंदर किसानों को खाद बीज बांटा जा रहा है जबकि यह हालात बीजेपी की सरकार के वक्त है. प्रदेश में जब वसुंधरा मुख्यमंत्री थी तब खाद बीज को लेकर लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ी हुई थी. थानों की देखरेख के अंदर खाद बीज बांटे गए. पुलिस ने किसानों के ऊपर लाठियां बरसाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह बिल्कुल सत्य बोल रहे हैं यह पूरी घटना उन्हीं की पार्टी की सरकार के वक्त हुई थी.
केंद्र सरकार जब व्यापारियों का करोड़ों रुपये माफ कर सकती है, तो किसानों का कर्ज क्यों नहीं - गहलोत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरूवार को जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में सहकारिता विभाग की तरफ से ऑनलाइन फसली ऋण वितरण कार्यक्रम के शुभारंभ मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे.