जयपुर.पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बुधवार को राज्य स्तरीय समिति की बैठक ली. जिसमें उन्होंने कई महत्तवपूर्ण निर्णयों पर मुहर लगाई. जिस में से एक राजस्थान के वरिष्ठ नागरिक को तीर्थ यात्रा योजना के तहत विदेश भेजना भी है.
वरिष्ठ तीर्थ यात्रियों को सरकार ने दिया तोहफा आपको बता दें कि देवस्थान और पर्यटन मंत्री के सुझाव पर हवाई यात्रा में तीन और रेल यात्रा में दो नए सर्किट जोड़े गए हैं. देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश सर्किट में देहरादून तक हवाई जहाज द्वारा वहां से आगे बसों के माध्यम से यात्रियों को ले जाया जाएगा. वहीं गंगासागर-दक्षिणेश्वर काली-बेलूर मठ- कोलकाता सर्किट में कोलकाता तक यात्री को हवाई जहाज से फिर वहां से आगे बस के माध्यम से तीर्थयात्रा पर ले जाया जाएगा. पशुपतिनाथ काठमांडू सर्किट में काठमांडू तक यात्री हवाई जहाज से और वहां से आगे पशुपतिनाथ के बस के माध्यम से ले जाया जाएगा. गौरतलब है कि इससे पूर्व हवाई यात्रा के 6 सर्किट थे जिन्हें बड़ाकर 9 कर दिया गया हैं.
रेल यात्रा के दो सर्किट जुड़े
साल 2019 के लिए प्रस्तावित वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में रेल यात्रा में दो नए सर्किट जोड़े गए हैं. श्रीगोवर्धन-नंदगांव-बरसाना-मथुरा-वृंदावन सर्किट और अजमेर मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह , दिल्ली निजामुद्दीन औलिया की दरगाह , फतेहपुर सीकरी आगरा से कलीम चिश्ती की दरगाह सर्किट को इससे जोड़ा गया है. इससे पहले रेल यात्रा के 6 सर्किट शामिल थे.
65 वर्ष के यात्री भी ले सकेंगे सहायक
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में रेल से जाने वाले 65 वर्ष के नागरिक भी अब अपने साथ सहायक ले जा सकेंगे. इससे पहले 70 वर्ष के यात्रियों को सहायक ले जाने की अनुमति थी. मुख्य यात्री के साथ रेल यात्रा में जाने वाले पुरुष सहायक की आयु सीमा न्यूनतम 21 वर्ष से 50 वर्ष के बीच रखी गई है.
पत्रकारों के लिए 5% सीटें आरक्षित
बैठक में निर्णय लिया गया है कि योजना के तहत हवाई यात्रा रेल यात्रा में पत्रकारों के लिए 5% सीटें आरक्षित रहेगी लेकिन उन्हें 60 साल या उससे अधिक की आयु होना जरूरी होगा. इसके अतिरिक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि हवाई यात्रा के दौरान 40 यात्रियों पर एक अनुरक्षक जाएगा , 40 से 80 यात्रियों के लिए 2 और 80 से अधिक यात्रियों के तीन अनुरक्षक जाएंगे.
रिटायर्ड सरकारी कार्मिक भी अब यात्रा में जाएंगे
बैठक में निर्णय लिया गया कि रिटायर्ड सरकारी कार्मिक भी अब यात्रा में जा सकेंगे. इससे पहले सरकारी कर्मचारियों यात्रा में जाने पर रोक थी. यात्रा में जाने वाले यात्रियों को सुविधाओं के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाने के निर्णय पर भी इस बैठक में मुहर लगी है.
वहीं शासन सचिव सहायक सचिव नियंत्रण कक्ष को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. यात्रा से जुड़े अधिकारियों के साथ गए हुए अधिकारी कार्मिक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े रहेंगे ताकि तीर्थ यात्रा सभी के बीच समन्वय बना रहे. योजना के ऑनलाइन आवेदन 5 जुलाई से शुरू होंगे और जिला स्तरीय पर किये जा सकेंगे.
बता दें कि पर्यटन देवस्थान मंत्री देवस्थान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जिलों में जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करवा कर इस योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें.