बूंदी.कृषि उपज मंडी (Agricultural Produce Market) में सरकारी खरीद केंद्र (Government procurement center) पर हालात बिगड़ गए हैं. यहां पहले से खरीदा हुआ गेहूं उठा नहीं है और लगातार यहां पर समर्थन मूल्य पर खरीद होने के चलते जिले के किसानों का पहुंचना जारी है. ऐसे में मंडी यार्ड (Mandi yard) पूरी तरीके से ट्रॉलियों से खचाखच भर गया है. यही नहीं मंडी के बाहर भी ट्रॉलियों की बड़ी-बड़ी लाइनें लगी हुई हैं. किसान ट्रॉली पर रुककर अपने नंबर का इंतजार कर रहे हैं.
सबसे बड़ी बात यह है कि इन किसानों का टोकन (Token) भी जारी हो चुका है, लेकिन इन किसानों का नंबर अभी तक नहीं आया है. जिसके चलते किसानों की ट्रालियों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई हैं. पिछले 2 दिनों से बरसात के मौसम होने के चलते किसानों की फसल भी खराब हो रही है और वह त्रिपाल लेकर अपनी ट्रॉलियों को ढककर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. बूंदी की इस पुरानी कृषि उपज मंडी में व्यवस्थाएं बदहाल हो चुकी हैं, जिसकी तरफ प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.
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Etv Bharat की टीम बूंदी कृषि उपज मंडी में किसानों की बदहाल स्थिति का जायजा लेने पहुंची. किसानों ने बताया कि हम कई दिनों से यहां पर पड़े हुए हैं. लेकिन हमारा नंबर कब आएगा, यह हमें पता नहीं है. कोरोना वायरस (Corona virus) एक तरफ चल रहा है तो शाम को जल्द ही मार्केट बंद हो जाता है. ऐसे में हम लोगों को खाने-पीने की भी परेशानी हो रही है. ऐसे में हम लोग अपने खाने की व्यवस्था करें या ट्रॉली बचाने की. क्योंकि पूरे जिले के किसान बूंदी मंडी में बेचने के लिए आते हैं. लेकिन वह कालाबाजारी और दलाली का शिकार हो रहे हैं. अधिकारी और FCI ठेकेदार अपने मनचाहे लोगों को सीधे चोरी चुपे ट्रॉली का प्रवेश अंदर करवाकर उनकी खरीददारी करवा रहे हैं. जबकि हम सरकारी सिस्टम (Government system) से टोकन लेकर अंदर प्रवेश हो रहे हैं. ऐसे में हमारे चार से पांच दिनों तक नंबर ही नहीं आ रहे हैं.