बूंदी. जिले में सीबीआई की छापेमारी से शहर भर में हड़कंप मचा हुआ है. यहां पर सीबीआई की 2 सदस्य टीम बूंदी पहुंची है और 2012 के मामले में पूछताछ कर रही है. कार्रवाई से सर्राफा व्यापारियों में हड़कंप मच गया है. इस मामले में कई अहम गिरफ्तारी होने संभावना है, क्योंकि करोड़ों का टर्नओवर था, जिसकी हेरा फेरी यहां पर किया गया है.
आयात शुल्क की हेराफेरी मामले में पूछताछ करने बूंदी पहुंची सीबीआई जानकारी के अनुसार वर्ष 2012 में बूंदी के कुछ सराफा व्यापारियों ने मिलकर सरकार से सरकारी अनुदान के तहत करोड़ों रुपये का सोना खरीदा था, इसके बदले सरकार को इस सोने के आभूषण बनाकर वापस देने थे. उसका आयात शुल्क भी जमा कराना था, लेकिन बूंदी के सर्राफा व्यापारियों एवं बंगाली कारोबारियों ने माल को खुर्दबुर्द कर दिया और उसका आयात शुल्क भी जमा नहीं करवाया.
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इस मामले पर 2012 में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी. फिर इस मामले को सीबीआई के हवाले किया गया था, जिसकी जांच सीबीआई कर रही थी. अभी एक बार फिर से इस मामले में बूंदी सीबीआई की टीम पहुंची है, जहां सीबीआई की टीम ने चित्तौड़ रोड स्थित गोदाम में चलाई गई इकाई की छानबीन की. साथ में सर्राफा व्यापारियों के प्रतिष्ठानों की छानबीन की. टीम उनसे लगातार पूछताछ कर रही है.
वहीं पूछताछ के लिए टीम ने बूंदी सर्किट हाउस में अपना डेरा जमाया हुआ है और वहां पर लगातार इस मामले से जुड़े हुए लोगों को टीम बुलाकर पूछताछ कर रही है. टीम के सदस्य भी बाइकों में बैठकर स्थानों पर पहुंचकर छानबीन कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि टीम यहां 4 से 5 दिनों तक और रुक सकती है. बूंदी सर्किट हाउस में सीबीआई के अधिकारी रुके हुए हैं और वहीं पर ही पूछताछ के लिए संबंधित लोगों को बुलाकर घंटों तक पूछताछ की जा रही है.
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उधर इस मामले में बंगाली कारोबारियों में भी हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि हेरफेर में उनका ही ज्यादा हाथ सामने आया था. कई बंगाली कारोबारियों ने इस छापेमारी से अपनी दुकानें भी बंद कर ली है. साथ में सर्किट हाउस के बाहर सर्राफा व्यापारियों का आना-जाना भी लगा हुआ है, हालांकि सीबीआई के अधिकारियों ने किसी भी स्थानीय पुलिस की सहायता नहीं ली है, वह स्वयं ही पूछताछ की कार्रवाई कर रहे हैं.