बूंदी.जहां देश में एक ओर कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर अब मानसून भी आने वाला है, जिससे कई तरह की बीमारियां भी फैलती है, जिसे लेकर बूंदी प्रशासन काफी सक्रिय हो गया है. दरअसल, बूंदी जिले में अभी तक एक भी कोरोना का मरीज नहीं मिला है, इससे जिले की प्रशासन और भी सक्रिय है कि कहीं लोगों में किसी प्रकार की कोई मौसमी बीमारी ना फैले, इसको लेकर नगर परिषद ने साफ-सफाई का अभियान भी शुरू करवा दिया है.
जिले में डेंगू और मलेरिया के हर साल पाए जाते हैं मरीज
मानसून के दौरान शहर के नाले उफान पर आ जाते हैं और सड़कों पर पानी बहता है, जिससे पनपने वाली बीमारियों से लोगों का अस्पताल पहुंचना शुरू हो जाता है. पिछले साल की बात की जाए तो बूंदी में 200 से अधिक डेंगू और 50 मलेरिया के मरीज सामने आए थे. इनमें से 6 से अधिक लोग स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए गए थे, जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई थी. ऐसा शहर के कुछ वार्डों में ही देखने को मिलता है, जहां डेंगू और मलेरिया के मरीज सामने आते हैं, जबकि शहर का 75 प्रतिशत क्षेत्र पूरी तरह से सुरक्षित रहता है. ऐसे में इन इलाकों को चिंहित कर साफ-सफाई करवाई जा रही है.
नालों की साफ-सफाई शुरू, अभियान बनेगा सार्थक - महावीर मोदी
सभापति महावीर मोदी ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर तो शहर के सभी वार्डों में लगातार सैनिटाइजर के छिड़काव का कार्य किया जा रहा है. वहीं, अब मौसमी बीमारियों की बात की जाए तो मौसमी बीमारियों को लेकर भी नगर परिषद ने सभी तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए सभी नगर परिषद के जमादारों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने इलाकों को चिंहित करें और वहां पर नाले की साफ-सफाई करवाना शुरू कर दें.