भीलवाड़ा.प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सोमवार को राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कटारिया ने (Gulabchand Kataria attack on Congress) पेपर लीक मामले के लिए पूरी तरह से गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि सरकार ने भले ही कानून बना दिए हो, लेकिन हकीकत यह है कि इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस के नेताओं की संलिप्ता के कारण सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है.
कटारिया ने आगे कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान पर तंज कसते हुए कहा कि अगर 70 साल पहले ऐसा किए होते हैं, आज ऐसी नौबत नहीं आती. लेकिन आज तो जनता कांग्रेस की सियासी मंशा को भलीभांति समझ चुकी है. ऐसे में इससे भी कोई खास लाभ होने वाला नहीं है. हालांकि, पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड सुरेश ढाका के कोचिंग सेंटर पर बुलडोजर की कार्रवाई का कटारिया ने स्वागत किया और कहा कि मुख्यमंत्री को पहले ही ऐसा करना चाहिए था.
दरअसल, कटारिया सोमवार को जिले के मांडल विधानसभा क्षेत्र के घोड़ा ग्राम में आयोजित जन आक्रोश यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. जहां ईटीवी भारत से (Congress Haath Se Haath Jodo Abhiyan) खास बातचीत के क्रम में उन्होंने ये बातें कही. उन्होंने आगे प्रदेश में तीसरे मोर्चे के सवाल पर कहा कि राजस्थान में कभी भी तीसरा मोर्चा सफल नहीं हुआ है.
ये प्रदेश का दुर्भाग्य है...राजस्थान का दुर्भाग्य है कि राज्य में कांग्रेस सरकार के आने के बाद करीब 10 से 11 बार पेपर लीक हो चुके हैं. जिससे 50 लाख बच्चे जिन्होंने परीक्षा दी या देने वाले थे, वो आज भी बेरोजगार के बेरोजगार ही हैं. उन्होंने कहा कि वो पिछली बार विधानसभा सत्र में सिस्टम में बदलवा की अपील किए थे. ताकि आगे कोई पेपर आउट करने की हिम्मत न कर सके. लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं (BJP Jan Aakrosh Yatra in Bhilwara) दिया. जिसके नतीजे हमारे सामने हैं. वहीं कोचिंग संस्थान पर हमला बोलते कटारिया ने कहा कि प्रदेश में जो कोचिंग संस्थान हैं वो केवल भारी भरकम फीस वसूलने में लगे हैं. कई संस्थान अपने सियासी लिंकों के जरिए करोड़ों रुपए में पेपर खरीद लेते हैं. जिसका सीधा असर अभ्यर्थियों की तैयारियों पर पड़ता है. लिहाजा आज इस सिस्टम को तोड़ने की जरूरत है. लेकिन इस सिस्टम को तोड़ने की हिम्मत इस सरकार में नहीं है, क्योंकि कांग्रेस के कई नेता इसमें शामिल हैं.