भरतपुर.भारत को कृषि प्रधान देश ऐसे ही नहीं कहा जाता. भरतपुर का एक युवा किसान इन दिनों क्षेत्र के किसानों के लिए नजीर बना हुआ है. नौकरी करने की बजाय प्रगतिशील तरीके से खेती करने को चुनने वाले भरतपुर जिले के युवा किसान तेजवीर ने परंपरागत खेती करने वाले किसानों के सामने एक अनूठा उदाहरण पेश किया है. तेजवीर ने महज 5 बीघा खेत में रेड लेडी किस्म के पपीते की खेती से चार महीने में ही लाखों की कमाई की है. इतना ही नहीं इस बार पपीता को मिले तीन गुना भाव ने किसान की झोली भर दी है. अब युवा किसान आगामी सीजन की तैयारी में जुटा हुआ है. राष्ट्रीय किसान दिवस पर जानते हैं भरतपुर के युवा किसान की सफलता की कहानी.
जिले के विजयपुरा गांव निवासी तेजवीर सिंह यूं तो उच्च शिक्षा प्राप्त हैं, लेकिन इन्होंने नौकरी की बजाय खेती को चुना. किसान तेजवीर ने बताया कि उन्होंने अपनी पैतृक जमीन में प्रगतिशील तरीके से खेती करने की ठानी. इसके लिए पहले तो उन्होंने उद्यान विभाग से तमाम उद्यान की फसलों के बारे में जानकारी ली. उसके बाद पांच बीघा खेत में रेड लेडी ताइवानी किस्म की पपीते की खेती की शुरुआत की. युवा किसान तेजवीर ने बताया कि नवंबर 2022 में उन्होंने 5 बीघा खेत में पपीता के 1600 पौधे लगाए थे, जिसमें कुल ढाई लाख की लागत आई थी.
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