बाड़मेर. पंचायती राज चुनाव से पहले राजस्थान सरकार और प्रशासन ग्रामीण इलाकों में पंचायत पुनर्गठन का काम अंतिम दौर में है. प्रशासन की ओर से पंचायत पुनर्गठन को लेकर कई तरीके की सूचनाएं जारी की गई है. जिस पर जबरदस्त तरीके से लोगों की आपत्ति नजर आ रही है.
बाड़मेर में पंचायतों के पुनर्गठन को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध मूलजी की ढाणी का गांव ओपजी की ढाणी को ग्राम पंचायत गवालानाडा में नही जोड़ने की बात कही. भाखरीखेड़ा के लोगों का आरोप है कि उनके गांव को पनोत्तरी नाड़ी से जोड़ा जा रहा है जो कि गलत है.
क्योंकि गांव से बहुत दूर है. राजस्व गांव की जनसंख्या की दृष्टि से भी छोटा है. वहां बस स्टैंड, उप स्वास्थ्य केंद्र और राशन की दुकान जैसी कोई सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं है. यह वर्तमान पंचायत से 10 किलोमीटर दूर स्थित है. जबकि ये गांव सड़क मार्ग और जनसंख्या की दृष्टि से सुविधाजनक है.
उप स्वास्थ्य केंद्र, सरकारी बस स्टैंड है. यहां पर सभी जरूरी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध हैं.वहीं, उन्होंने कहा कि इस कदम के बाद उस गांव का विकास पूर्ण रूप से रुक जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस राजनीति के चलते हमारी गांव को साथ जोड़ना चाहती है.
जबकि हकीकत यह है कि हमारे गांव जुड़ जाएगा तो हमारे गांव का विकास पूरा ठप हो जाएगा. वहीं उपखण्ड अधिकारी के निर्देश पर ग्रामीणों की आपत्ति दर्ज कर ली गई है. पंचायत पुनर्गठन की प्रक्रिया के दौरान उनकी बातों को ध्यान में रखने का आश्वासन दिया गया है.