बाड़मेर.जिले मेंसब्जी मंडी और शादी समारोह से शुरू हुआ कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले 15-20 दिनों में अचानक काफी ज्यादा बढ़ गई है. राहत की बात ये है कि कोविड-19 के मरीज जल्द ठीक होकर अपने घर लौट रहे हैं.
बाड़मेर में शुरू होगा आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने का विशेष अभियान बताया जा रहा है कि आयुर्वेदिक विभाग द्वारा जिले में कोरोना मरीजों को दिन में 3 बार काढ़ा पिलाया जा रहा है, उसकी वजह से उनकी इम्यूनिटी मजबूत हो रही है और वो कोरोना से जंग जीत रहे हैं. ऐसे में अब पूरे बाड़मेर शहर के लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने की तैयारी की जा रही है.
पढ़ें:राजस्थान : बीते 12 घंटे में कोरोना के 153 नए मामले, 4 की मौत...संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 23901 पर
विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि आयुर्वेदिक काढ़ा काफी लाभकारी माना जा रहा है. इसलिए अब बाड़मेर शहर में 3 दिन तक विशेष अभियान चलाकर दिन में 2 बार हर शहरवासी को ये आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने की तैयारी की जा रही है, जिससे लोगों की इम्यूनिटी मजबूत हो और लोग आसानी से कोरोना को मात दे सकें. उन्होंने बताया कि इसको लेकर उन्होंने प्रशासन से बात की है. इसके अलावा उन्होंने आयुर्वेदिक विभाग को भी काढे़ की व्यवस्थाओं की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं.
विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए बाड़मेर में एक निजी अस्पताल को अधिग्रहण कर वहां पूरी व्यवस्था की जाएगी, जिससे जरूरत पड़ने पर किसी भी गंभीर मरीज को वहां भर्ती कर उसका इलाज किया जा सके. इसको लेकर भी प्रशासन से वार्ता हुई है. उन्होंने कहा है कि जल्द ही कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए अस्पताल अलग से उपलब्ध होगा. साथ ही शहर के लोगों को आयुर्वेदिक पिलाने का अभियान भी शुरू किया जाएगा.
पढ़ें:CM, Deputy CM और मंत्रियों को SOG के नोटिस मिलने पर BJP प्रदेश अध्यक्ष ने किया ये कटाक्ष
बता दें कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार कोविड-19 के मरीजों को नियमित रूप से दिन में 3 बार आयुर्वेदिक काढ़ा दिया जा रहा है, जिससे उनकी सेहत में जल्द सुधार हो रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि अगर पूरे शहर में काढ़ा पिलाने का अभियान शुरू होता है तो कोविड-19 के बढ़ते आंकड़ों पर अंकुश लगेगा. साथ ही कोविड-19 के गंभीर मरीजों को जोधपुर के एम्स अस्पताल ने लेने से मना कर दिया है. ऐसे में गंभीर मरीजों के लिए अलग से अस्पताल बनाने की कवायद की जा रही है, जिससे मरीजों को खासी राहत मिलेगी.