सिवाना (बाड़मेर).पानी की समस्या को लेकर सिवाना की जनता की ओर से चलाई जा रही "पानी नहीं तो वोट नहीं" संघर्ष समिति अभियान के तहत जनता ने ज्ञापन से लेकर पोस्टकार्ड और हस्ताक्षर अभियान सहित समस्त प्रकार के मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से सरकार तक कस्बे की प्यास बुझाने को लेकर अपनी मांग रखी है.
पीने के पानी को लेकर लोगों में गुस्सा सिवाना कस्बे में लम्बे समय से चल रही पेयजल समस्या को लेकर कस्बे के बस स्टैंड पर ग्रामीणों की ओर से पेयजल के स्थाई समाधान के तहत पोकरण फलसुंड बालोतरा सिवाना पेयजल परियोजना को तत्काल सिवाना से जोड़ने की मुख्य मांग उठाते हुए जलदाय मंत्री बी.ड़ी कल्ला, मुख्य मंत्री अशोक गहलोत और मुख्य चुनाव आयोग के अध्यक्ष को अब तक करीब पांच हजार पोस्टकार्ड प्रेषित किये जा सके हैं.
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वहीं, जनता ने अपनी मांग को लेकर कस्बे के सदर बाजार, बस स्टैंड और गांधी चौक पर हस्ताक्षर अभियान के तहत सैकड़ों लोगों ने पानी की समस्या की हलक तर करने की मांग उठाई है. साथ ही आगामी एक पखवाड़े तक इस अभियान को जारी रखते हुए कस्बे के हर गली मोहल्ले से दस हजार पोस्टकार्ड भेजकर सरकार से पेयजल समस्या समाधान की मांग कर ध्यान आकर्षित किया जाएगा.
साथ ही पोस्टर हस्ताक्षर अभियान के तहत कस्बे की मुख्य जगहों पर पोस्टर लगाकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें कस्बे के सैकड़ों ग्रामीणों ने अपने हस्ताक्षर कर मांग रखी. बता दें कि कस्बे में पानी की समस्या को लेकर जनता समय-समय पर अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन और प्रदर्शन कर चुकी हैं.
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इतना ही नहीं जिला कलेक्टर के करीब दो माह पहले सिवाना दौरे पर आने पर भी यहां की जनता ने पानी की समस्या को लेकर कलेक्टर को अवगत करवाया था. पानी की समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं होने पर जनता का धैर्य टूट गया है और इस अभियान के तहत "पानी नहीं तो वोट नहीं" संघर्ष समिति का गठन किया गया. जिसके तहत पानी की मांग को लेकर एक पखवाड़े बाद अनिश्चितकालीन सिवाना बन्द और धरना प्रदर्शन शुरू करने और आगामी पंचायत राज चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी गई है.