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बाड़मेर पहुंचा टिड्डियों का आतंक, पेड़-पौधों के नुकसान के बाद प्रशासन ये कर रहा दावा

जहां एक तरफ आमजन सहित किसान भी लॉकडाउन की मार झेल रहा है. वहीं दूसरी तरफ बाड़मेर में एक बार फिर टिड्डियां किसानों के लिए मुसीबत बनकर आई हैं. ऐसे में यहां किसानों को एक प्रकार से दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि बाड़मेर प्रशासन टिड्डियों पर नियंत्रण की बात जरूर कर रहा है.

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बाड़मेर में टिड्डियों ने फिर मचाई आफत

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Published : May 17, 2020, 6:35 PM IST

बाड़मेर.पाक से एक बार फिर टीड्डीयों की आफत आ गई है, जो बाड़मेर शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में आतंक मचा रही हैं. आमजन को भयभीत करने वाली टिड्डियों को भगाने के लिए लोग कई तरह के जतन कर रहे हैं. वहीं प्रशासन अपने नियंत्रण के खोखले दावों के साथ वैसा ही होता नजर आ रहा है. कुछ दिनों पहले भी बाड़मेर शहर समेत बाड़मेर ग्रामीण बाड़मेर आगोर और शिवकर गांव में टिड्डियों का दल आया था, जहां ये टिड्डियां आधे घंटे के पड़ाव में ही काफी वनस्पतियों और खेतों को नुकसान पहुंचाया था.

बाड़मेर में टिड्डियों ने फिर मचाई आफत

ऐसे में अब रविवार को एक बार फिर से बड़ी संख्या में टिड्डी दल बाड़मेर शहर और उसके आसपास के इलाकों में पहुंचकर हमला बोल दिया. शहर में लोगों के घर में लगे गार्डन छायादार पेड़-पौधों को भारी नुकसान पहुंचाया. साथ ही शहर के विभिन्न इलाकों में टिड्डी दल के झुंड देखे गए और लोगों ने ताली बजाने समेत कई तरह के जतन कर उन्हें भगाने का प्रयास किया, जिसकी वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना भी करना पड़ा.

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बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि पाकिस्तान और जैसलमेर की ओर से लगातार टिड्डी दल का जिले में प्रवेश हो रहा है. टिड्डी दल को नियंत्रण करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमने 6 हजार 745 हेक्टेयर में अब तक टिड्डी को नियंत्रण किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन शाम को हम टिड्डी नियंत्रण को लेकर प्लानिंग बनाते हैं और जहां रात के समय में टिड्डी बैठती है. वहां हम अल सुबह ऑपरेशन को अंजाम देकर ट्रैक्टरों और वाहनों के माध्यम से उन पर छिड़काव करवाते हैं.

उन्होंने बताया कि खेतों में फिलहाल फसलें नहीं हैं, जिसकी वजह से किसानों को ज्यादा खतरा नहीं है. लेकिन पेड़ पर लगने वाले संगरिया आदि जरूर है, जिसे टिड्डी द्वारा चट करने की आशंका जरूर है. उन्होंने कहा कि टिड्डी नियंत्रण को लेकर हम लगातार प्रयासरत हैं. हमें उम्मीद है कि जल्द ही टिड्डी को नियंत्रण करेंगे.

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