बाड़मेर. राजस्थान से लगती पाकिस्तानी सीमा से सीमा विरोधी गतिविधियों का एक के बाद एक खुलासा हो रहा है. नकली नोटों से शुरू हुई कहानी में सीमा सुरक्षा बल ने घुसपैठियों को मार गिराया और उसके बाद एक पुराने तस्कर का बेटा भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क के चलते एटीएस और एसओजी के हत्थे चढ़ा.
वहीं, अब एक और नई कड़ी खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लगी है. देश के बॉर्डर के इलाकों के सबसे बड़े भारत माला प्रोजेक्ट में काम करने वाले 2 संदिग्ध व्यक्तियों को सीमा सुरक्षा बल की सूचना पर पुलिस ने पूछताछ के लिए जयपुर सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन भिजवाया गया है.
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बाड़मेर जिले की सीमा सुरक्षा बल की सूचना पर 2 संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया है और उन्हें पूछताछ के लिए जयपुर सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन सेंटर भिजवाया गया है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार चौहटन क्षेत्र में पुलिस ने 2 संदिग्ध युवकों को पकड़ा है, जो भारत माला प्रोजेक्ट में लेबर का कार्य करते हैं.
जानकारी के अनुसार इनके पास मिले फोन में कई नंबरों के संदिग्ध होने और वह इंटरनेशनल जैसे पाकिस्तान, सऊदी अरब आदि देशों के नंबर हैं. इसके अलावा इनके मोबाइल में कई ऐसे निर्माणाधीन रोड और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों के फोटोग्राफ्स व अन्य जानकारी है, जो इन्होंने इंटरनेशनल नंबरों के साथ शेयर किए हैं.
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इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां मौजूद होने के कारण उन पर संदेह गहरा गया. लिहाजा गहन जांच पड़ताल और सघन पूछताछ के लिए जयपुर सेंट्रल इंवेस्टिगेशन सेंटर भिजवाया गया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उनसे पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.
गौरतलब है कि आमतौर पर राजस्थान के बाड़मेर के बॉर्डर की सीमा पिछले कुछ सालों से इस तरह की गतिविधियों के मामले में शांत मानी जाती थी. लेकिन एकाएक इतने बड़े तस्करों के पकड़े जाने के बाद खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं. एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं, जिसने खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं.