बारां. जिले के कवाई थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाला मंजर सामने आया है. जिसमें जिंदगी संवारने के लिए बीएसटीसी की परीक्षा देने के लिए छात्रों को अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर अपने गांव से ट्यूब के सहारे नदी में तैरकर परीक्षा देने पहुंचना पड़ा है.
देश को आजाद हुए कई साल हो चुके हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में आज भी सड़कों और पुल नहीं बन पाई है. जिससे कई हिस्सों में आज भी छात्रों को शिक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. समीपवर्ती छबड़ा तहसील और कवाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत कछावन गांव में सोमवार को ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने आजादी के इतने साल बाद भी सुविधाओं की पोल खोल दी. बीएसटीसी के पेपर देने के लिए ग्रामीणों ने गांव से 15 छात्र-छात्राओं को ट्यूब के जरिए पार्वती नदी पार करके परीक्षा सेंटरों तक पहुंचाया. कुछ छात्रों ने जान को जोखिम में डालकर तैरकर नदी पार की. वहीं, अपने सपने पूरे करने के लिए बच्चे सुरक्षित दूसरी छोर पर पहुंच सकें, इसके लिए अभिवावक और ग्रामीण नदी के किनारे ही खड़े रहे.
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