बांसवाड़ा.जिले के गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को कोविड-19 की चुनौतिओं और संभावनाओं पर वेबीनार आयोजित की गई. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल कलराज मिश्र उपस्थित हुए, जिन्होंने इस महामारी से मुकाबले के लिए वागड़ अंचल के लोगों से सीख लेने की जरूरत निरूपित की. खासकर इम्यूनिटी पावर को लेकर राज्यपाल ने आदिवासी लोगों की सराहना करते हुए इसे वैज्ञानिक शोध का विषय बताया. इसके साथ ही पूर्व मंत्री एवं राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी और पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
बता दें कि इस वेबीनार के लिए कुल 800 विद्यार्थियों और महाविद्यालयों ने अपना पंजीयन कराया और अपनी सहभागिता निभाई. वहीं, राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में कुलपति प्रोफेसर कैलाश सोडाणी ने राज्यपाल मिश्र सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया और वेबीनार के उद्देश्य के बारे में बताया.
इतिहास को कुरेदा...
राज्यपाल ने वेबीनार से जुड़ते हुए को कोरोना को वैश्विक महामारी बताते हुए कहा कि जब तक कोई वैक्सीन नहीं आती, तब तक हमें कोविड-19 के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए मुकाबला करना होगा. उन्होंने जनजाति लोगों के प्रमुख आराध्य गोविंद गुरु के आदर्शों का उल्लेख करते हुए कहा कि क्षेत्र के लिए उनका कामकाज किसी से भी छुपा नहीं है. उन्होंने बिना किसी हथियार अपनी वैचारिक शक्ति से अंग्रेजों से मुकाबला किया और सभा के जरिए जनजाति लोगों को अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया, यहां तक कि मानगढ़ धाम पर सैकड़ों लोग शहीद हो गए. उसी भावना, ताकत और संबल से हमें इस महामारी से मुकाबला करना होगा.
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