करौली.लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूरों और गरीब परिवारों को खाना पहुंचाने वालों के लिए कई संगठन और भामाशाह आगे आ रहे हैं. हिंडोन, टोडाभीम, सपोटरा, मंडरायल, कैलादेवी, महावीरजी जैसे कई क्षेत्रों में विभिन्न संगठनों और भामाशाहों ने लोगों को खाद्य सामग्री सैनिटाइजर और मास्क बांटे. जिससे इस संकट से उभरने में उन्हें कोई समस्या न हो.
कोराना संकट के समय में जरुरतमंदों की हर संभव मदद करने आगे आए लोग इसके लिए हर रोज खाद्य सामग्री की ड्राई किट जिसमें आटे का कट्टा, दाल, तेल चीनी, चाय, आलू, प्याज, मिर्ची हल्दी और धनिया आदि पहुंचा कर सहायता की जा रही है. वहीं बाहर से आने वाले राहगीरों के लिए खाने की व्यवस्था सहित उनको अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था की भी जा रही है. इतना ही नहीं भामाशाह प्रशासन को सहायता राशि भी दे रहे हैं.
कैलादेवी आस्थाधाम में मेले की वजह से बाहर के फंसे लोगों और गरीब असहाय लोगों को ग्राम पंचायत, पुलिस प्रशासन भामाशाह और सर्व समाज सेवा समिति सहित विभिन्न संगठनों की ओर से प्रतिदिन लोगो खाद्य सामग्री की किट, खाने के पैकेट, पानी के पाउच, सहित माक्स सैनिटाइजर वितरित कर अपनी मानवता का परिचय दे रहे हैं.
आमजन बढ़ चढ़कर कर रहे सहयोग
जिला कलेक्टर डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि भामाशाह, दानदाता कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन की स्थिति में कमजोर तबके, निराश्रितों, जरूरतमंद व्यक्तियों को आवश्यक वस्तुओं की वितरण के लिए लोक हित में आगे बढ़कर सहायता राशि जमा करा रहे हैं. जिससे लॉगडॉउन के चलते जिले में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए.
इस दौरान कलेक्टर ने भामाशाह और दानदाताओं से बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए भी खाने की व्यवस्था करने की अपील की. कलेक्टर ने कहा है कि इस परिस्थिति में बेजुबान भी वीरान सड़कों पर भूखे-प्यासे डोल रहे हैं. लोग उनका भी विशेष ध्यान रखें.
पढ़ें:कोरोना को लेकर करौली से राहत भरी खबर, एक भी केस नहीं आया सामने
इसके अलावा कोषाधिकारी भरत लाल मीणा ने बताया कि खाते में अब तक 50 लाख की सहायता राशि राज्य सरकार द्वारा एवं करौली जिले के भामाशाह द्वारा अब तक 28 लाख से अधिक राशि जमा की जा चुकी है. इस राशि से जरूरतमंद व्यक्तियों को आवश्यक भोजन सामग्री वितरित किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने सभी से अपील की है कि वे भावनात्मक रूप से जुड़कर अधिक से अधिका सहयोग करें.