बहरोड़ (अलवर). केंद्र की एनडीए सरकार का हिस्सा और राजस्थान से आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ने किसानों की बात नहीं मानी तो वह एनडीए छोड़ देंगे और अगर इससे भी पार नहीं पड़ी तो वह लोकसभा की सदस्यता भी छोड़ देंगे. उन्होंने यह बात शनिवार को शाहजहांपुर में बॉर्डर पर किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली कूच के लिए आए किसानों के बीच पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अगर किसानों की बातें नहीं मानी तो यह आंदोलन पूरे देश में चलेगा. राजस्थान का किसान भी उत्तर प्रदेश , हरियाणा और पंजाब के किसानों के साथ है. 7 दिन में अगर केंद्र सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानी तो राजस्थान का 2 लाख किसान और युवा इस बॉर्डर पर एकत्रित होंगे और राशन पानी लेकर दिल्ली के लिए कूच करेंगे.
उन्होंने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने व्यक्तिगत रूप से उनसे 3-4 बार फोन पर बात की है और कहा है कि दिल्ली में आकर बात करें. इस कारण हम एक-दो दिन में समय निकालकर उनसे बात करेंगे और किसानों का पक्ष रखेंगे. उन्होंने किसान नेता रामपाल जी से भी कहा है कि एक प्रतिनिधिमंडल वह भी तैयार करें और गृह मंत्री से मिलें, क्योंकि वह स्वयं एनडीए का हिस्सा हैं तो किसानों की बात रखने का पूरा अधिकार है.
पढ़ें-बेनीवाल को लेकर हरियाणा प्रशासन ने की बॉर्डर पर बैरिकेडिंग, हाईवे पर लगा लंबा जाम, खैरथल की तरफ रूट डायवर्ट
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों बिलों को वापस करने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करना चाहिए. जिससे किसानों का भला हो और किसानों के हित के लिए नए बिल लाए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों की फसल को एमएसपी के आधार पर खरीदे और हर साल 10 फीसदी एमएसपी बढ़ाया जाए.