अलवर. भाजपा के वरिष्ठ नेता व रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा (Gyandev Ahuja controversial statement) की परेशानी बढ़ती हुई नजर आ रही है. गोविंदगढ़ में चिरंजीलाल के परिजनों से बातचीत के दौरान दिए गए उनके बयान पर सियासत जारी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ज्ञानदेव आहूजा का वीडियो ट्वीट करते हुए अशोक गहलोत से कहा कि अब इन विधायक पर सख्त कार्रवाई करने के लिए और क्या प्रमाण की आवश्यकता है. यह कांग्रेस की credibility का प्रश्न है.
अलवर के गोविंदगढ़ के पास 14 अगस्त को जाति विशेष के लोगों ने सब्जी की ठेली लगाने वाले चिरंजीलाल सैनी को पीट-पीटकर की हत्या (Mob Lynching in Alwar) कर दी थी. चिरंजीलाल के परिजनों की आर्थिक हालत खराब है. मॉब लिंचिंग केस मामले ने उस समय तूल पकड़ा, जब भाजपा का प्रतिनिधिमंडल मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचा. उसके एक दिन बाद यानि शुक्रवार को रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा चिरंजीलाल के परिजनों से मिलने व सांत्वना देने के लिए पहुंचे.
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इस दौरान परिजनों को ढांढस बांधते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 5 लोगों को हमने मारा है. यह पहली घटना है. मैंने मेरे कार्यकर्ताओं को छूट दे रखी थी कि तुम मारो और जमानत मैं करवा लूंगा. वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए ज्ञानदेव आहूजा का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया. इस दौरान उन्होंने भाजपा व केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.
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ज्ञानदेव आहूजा का यह वीडियो लगातार चर्चा में रहा. अन्य नेताओं ने भी इस वीडियो को अपने टि्वटर हैंडल से शेयर करते हुए टिप्पणी की तो अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और टैग किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि अब इन विधायक पर सख्त कार्रवाई करने के लिए और क्या प्रमाण चाहिए. ऐसे में ज्ञानदेव आहूजा की परेशानी बढ़ सकती है. ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ पुलिस ने गोविंदगढ़ थाने में भड़काऊ बयान देने व साम्प्रदायिक सौंदर्य खराब करने की धाराओं में एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच पहले ही शुरू कर दी है.