अलवर. दिल्ली और नोएडा के बाद अब अलवर में भी एंटी स्मॉग गन प्रदूषण कम करेगी. प्रदेश की पहली मूविंग एंटी स्मॉग गन अलवर पहुंच चुकी है. अलवर के एमआईए औद्योगिक क्षेत्र में अभी यह काम में ली जा रही है. इसके अलावा एमआईए औद्योगिक क्षेत्र की कई औद्योगिक इकाइयों में स्थाई तौर पर भी एंटी स्मॉग गन को लगाया गया है.
अलवर सहित पूरे एनसीआर में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है. दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने सड़कों पर पानी छिड़काव किया और बड़ी स्मॉक गनें लगाई गई थी. जिसके बाद प्रदूषण के स्तर में खासी कमी आई. इसके बाद गुड़गांव और नोएडा अन्य शहरों में भी एंटी स्मॉग गन काम में ली गई. अलवर में भी तेजी से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. ऐसे में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए एंटी स्मॉग गन मंगवाई है. यह एंटी स्मॉग गन गाड़ी में लगी हुई है. जिससे इस को एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जा सकते हैं. यह ऑटोमेटिक गाड़ी सड़कों पर पानी का छिड़काव भी करती है. ऐसे में सड़क से धूल नहीं उड़ती है.
एंटी स्मॉग गन के जरिए प्रदूषण को कम किया जाएगा. यह ऐसी मशीन है, जिससे पानी की तेज फुहार निकलती है और उसके जरिए प्रदूषण को कम करने में मदद मिलती है. प्रदेश में पहली बार अलवर में एंटी स्मॉग गनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह समय-समय पर निर्माण कार्यों से उत्पन्न होने वाले धूल-कणों के वातावरण में बिखराव को हल्की फुहारों से रोकेंगी. मशीन सप्लाई करने वाली कंपनी ने बताया कि यह राजस्थान में पहली बार सप्लाई हुई है. इस मशीन के आने के बाद अलवर के औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आई है.
कैसे करती है यह गन काम