अजमेर. जिले के लोहागल क्षेत्र में रावत समाज की प्रमुख हताई को अतिक्रमण मानकर तोड़ने की कार्रवाई से रावत समाज उद्वेलित है. गुरुवार को रावत समाज के लोगों ने कार्रवाई का विरोध करते हुए लोहागल क्षेत्र में जाम लगा दिया. रावत समाज की मांग है कि अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) हताई और चारदीवारी बनाकर समाज को वापस लौटाए.
राजस्थान रावत महासभा के अध्यक्ष डॉ शैतान सिंह रावत ने कहा कि रावत समाज की चार धरा की पौराणिक बावड़ी, मंदिर, हताई और चार दिवारी को बिना नोटिस दिए असंवैधानिक तरीके से अजमेर विकास प्राधिकरण ने तोड़ दिया. एडीए के अधिकारियों से कहा गया है कि हताई और उसके चारों और बाउंड्री वॉल बनाकर उसका नियमन कर समाज को सौंपा जाए. डॉ रावत ने मई 2022 में हताई के चारों और बाउंड्री वॉल समाज की ओर से की गई थी.
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उनका आरोप है कि अजमेर विकास प्राधिकरण झूठ बोल रहा है कि कार्रवाई से पहले उन्होंने समाज की महासभा को नोटिस दिया था और पदाधिकारियों को दस्तावेज दिखाने के लिए समय दिया था. गुरुवार को महासभा के पदाधिकारी दस्तावेजों के साथ अजमेर विकास प्राधिकरण जाने के लिए तैयार थे. रावत समाज का इतिहास है कि यहां पर समाज के लोग हताई पर बड़ी बैठकें किया करते थे. यहीं पर समाज के पदाधिकारी समाज हित में निर्णय लिया करते थे. लेकिन बुधवार को अजमेर विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई की.
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बिना सूचना के एडीए ने की कार्रवाई: डॉ रावत ने कहा कि सूचना दिए बिना अतिक्रमण तोड़ो दस्ते ने हताई और बाउंड्री वाल को तोड़ दिया गया. हताई तोड़ने आए दल को कहा भी गया था कि 1 घंटे का समय दें, ताकि एडीए आयुक्त या कलेक्टर से बात की जा सके. डॉ रावत ने कहा कि एडीए प्रशासन ने दोहरी नीति अपनाई. एक तरफ कहा कि ठीक है आप बात कर लें और पीछे से बाउंड्री वाल और हताई को अतिक्रमण मानकर तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि पूरा समाज एक साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अजमेर विकास प्राधिकरण हताई का नियमन कर वापस बाउंड्री वॉल बनवा कर समाज को सौंपे.
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यह बोले विधायक सुरेश सिंह रावत: पुष्कर से विधायक सुरेश सिंह रावत ने कहा कि लोहागल गांव में ढाई सौ वर्ष पुरानी रावत समाज की हताई है. रावत समाज के लोग यहां जुट कर सामाजिक मुद्दों पर चर्चाएं करते हैं. अजमेर विकास प्राधिकरण ने हठधर्मिता करते हुए और बिना नोटिस दिए हुए उसे तोड़ दिया. रावत समाज की ओर से हताई की भूमि के लिए पट्टा देने के लिए पूर्व में अजमेर विकास प्राधिकरण में आवेदन किया गया था. समाज को भूमि का पट्टा देने के साथ-साथ अजमेर विकास प्राधिकरण तोड़ी गई बाउंड्री वाल भी बना कर दे. उन्होंने कहा कि जब तक समाज की मांग नहीं मान ली जाती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा.
मौके पर जुटे संत और समाज के लोग: अजमेर विकास प्राधिकरण की कार्रवाई से नाराज रावत समाज के संत और समाज के लोग मौके पर लगातार जुट रहे हैं. समाज के लोगों ने लोहागल की मुख्य सड़क को जाम कर दिया है. जिला प्रशासन की ओर से समाज के पदाधिकारियों के साथ समझाइश की जा रही है, लेकिन समाज अपनी मांग पर अड़ा हुआ है. मौके पर कार्रवाई के बाद एडीए की ओर से लगाए गए बोर्ड को भी युवाओं ने हटा दिया. समाज के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि मौके पर अनिश्चितकालीन धरना लगाकर बैठ गए हैं.