पुष्कर (अजमेर).पुष्कर के ग्रामीण अंचल में पानी की भारी कमी के कारण गन्नों की खेती के विकल्प में आंवले के उत्पादन को शुरू किया. लेकिन बदलते व्यावसायिक परिपेक्ष के चलते अब देसी आंवलों की बिक्री में भारी कमी देखने को मिल रही है.
बता दें कि आंवला स्वास्थ्य के लिए गुणकारी और फायदेमंद होता है. साथ ही व्यावसायिक दृष्टि से भी आंवले का बहुत महत्व है. इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है. पुष्कर क्षेत्र में पिछले 20 साल से आंवला उत्पादन का सिलसिला शुरू हुआ था, जिसके चलते आज हर फार्म हाउस और खेत आंवले के पेड़ों से अटे पड़े हैं.
पेड़ों पर नजर आ रहे आंवले ही आंवले...
सर्दी शुरू होने के साथ ही पेड़ों पर आंवले ही आंवले नजर आ रहे हैं. लेकिन ग्राफ्टेड आंवलों की डिमांड अधिक होने के कारण देसी आंवलों की बिक्री में भारी गिरावट देखी जा रही है. किसानों का कहना है कि ग्राफ्टेड आंवले की बिक्री अत्यधिक हो रही है, जिसका सीधा असर देसी आंवले की बिक्री पर पड़ रहा है.
ग्राफ्टेड आंवला में और देसी आंवले में अंतर...
बता दें कि ग्राफ्टेड आंवले दिखने में मोटे होते हैं और मुरब्बे, आचार, औषधियों के लिए ज्यादा इस्तेमाल किए जा रहे हैं. वहीं देसी आंवला विटामिन सी से भरा होता है और शरीर के लिए अत्यधिक फायदेमंद होता है. लेकिन ग्राफ्टेड आंवले की बाजार में ज्यादा मांग है.
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