अजमेर. शहर में हर रोज लगने वाला जाम अब यहां के लोगों की नियति बन चुका है. एक बार जाम लगने पर 1 घंटे से डेढ़ घंटे के बीच जाम की स्थिति बनी रहती है. बावजूद इसके जाम से निपटने के लिए प्रशासन के पास कोई कार्ययोजना नहीं है. जबकि एलिवेटेड ब्रिज के निर्माण कार्य के बाद तो हालात और विकट बन चुके हैं.
अजमेर में यातायात दबाव की समस्या काफी पुरानी है लेकिन इन दिनों एलिवेटेड ब्रिज के निर्माण कार्य की वजह से यह समस्या और दुगनी हो गई है. स्टेशन, रोड गांधी भवन, कचहरी रोड, पृथ्वीराज मार्ग, आगरा गेट और जयपुर रोड यह वह क्षेत्र है जहां हर रोज जाम लगते हैं. तेज गर्मी और उमस के साथ लोगों को हर रोज जाम का सितम भी झेलना पड़ता है.
ट्रैफिक से लोग हो रहे परेशान जाम खुलवाने के लिए यातायात पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. वर्षों से शहर की मुख्य सड़कों पर यातायात के दबाव को कम करने के उद्देश्य से एलिवेटेड ब्रिज का निर्माण 200 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है. ब्रिज निर्माण का कार्य धीमी गति से चल रहा है. जिसका खामियाजा हर रोज लोगों को भुगतना पड़ रहा है. ब्रिज निर्माण कार्य को देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्ट करने की कोई कार्य योजना तैयार नहीं की.
यही वजह है कि मुख्य सड़कों पर दबाव बढ़कर और ज्यादा हो गया है. स्टेशन रोड से आगरा गेट गांधी भवन से कचहरी रोड आगरा गेट से जयपुर रोड. यह वह सड़के हैं जहां पर यदि आप भी जाने की सोच रहे हैं तो चौपहिया वाहन से जाने की भूल मत कीजिएगा.
जाम में फंसी एंबुलेंस को निकलने में भी काफी वक्त लग जाता है. दरअसल क्षेत्र के अलावा भी वैकल्पिक मार्ग हैं लेकिन जागरूकता की दृष्टि से प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं. जिससे लोग को जाम से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का चयन कर सके.