पुष्कर (अजमेर).वर्तमान में देश की युवा पीढ़ी ड्रग्स के नशे के ओर लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में युवा नशे के लिए इंजेक्शन और ऑपरेशन में उपयोग होने वाली नशीली दवाओं के उपयोग में भी पीछे नहीं हट रहा है. तीर्थ नगरी पुष्कर में नशे का काला कारोबार तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है.
तीर्थ नगरी पुष्कर में नशे का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी... पुष्कर के एक सुनसान इलाके में ऑपरेशन थियटर में एनेस्थीसिया के काम आने वाले एक नशीली दवाई की 50 से अधिक खाली शीशियां एक ही स्थान पर कचरे में पड़ी मिली. उसके बाद इसके नशे के लिए उपयोग में लेने की आशंका जताई जा रही है. क्योंकि इस दवा का उपयोग केवल अस्पतालों में ऑपरेशन के दौरान मरीज को बेसुध करने के लिए किया जाता है.
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साथ ही ये दवाइयां आमतौर पर दवाई की दुकान वाले सभी को देते भी नहीं. इस तरह की नशीली दवाओं को केवल सरकारी और निजी अस्पताल ही उपयोग में लेते हैं. साथ ही कोई भी डॉक्टर ऐसी दवाएं मरीज के पर्चे में भी नहीं लिखता है. ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि इतने तादात में नशीली दवा की ये शिशियां किस काम में ली जा रही थी. साथ ही बाजारों में इनकी अवैधानिक बिक्री भी की जा रही है.
पुष्कर राजकीय चिकित्सालय प्रभारी डॉक्टर आर.के. गुप्ता ने बताया कि इसका प्रयोग ऑपरेशन थियटर में मरीज को बेहोश करने के लिये किया जाता है. साथ ही डॉक्टर के प्रेस्क्रिप्शन बिना सरकारी अस्पताल और मेडिकल स्टोर पर इसको नहीं दिया जा सकता. चिकित्सक की माने तो इसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जा सकता है.
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वहीं पुष्कर के आम नागरिकों ने चिंता जताते हुए पुष्कर में इस नशे की प्रवति पर रोक लगाने और इसके सौदागरों को बेनकाब करने की अपील प्रशासन से की है. साथ ही इसके भयावह परिणामों को बताते हुए युवाओं को इससे दूरी बनाने की सलाह दी है.