उदयपुर. जिले में बीते 2 दिन में हुई बारिश के बाद सीसारमा नदी 3 फीट पर बह रही है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि उदयपुर की पहचान पिछोला झील जल्द लबालब भरी दिखेगी. पिछले साल मानसून की बेरुखी के चलते उदयपुर सहित प्रमुख झीले सूखने की कगार पर पहुंच गई थी लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश के बाद उदयपुर की झीलों में पानी की अच्छी आवक देखने को मिली.
पिछोला झील में पानी की आवक हुई तेज बीते 2 दिनों से उदयपुर में हो रही मूसलाधार बारिश के बाद उदयपुर की जान कहीं जाने वाली पिछोला झील को भरने वाली सीसारमा नदी में पानी आ गया है. बता दें कि नदी में नंदेश्वर चैनल के माध्यम से पानी आता है और बीते 2 दिन में हुई बारिश के बाद नंदेश्वर चैनल लबालब हो गया है.
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ऐसे में 3 फीट की ऊंचाई से सीसारमा नदी बह रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि बहुत जल्द उदयपुर की जान कहीं जाने वाली पिछोला झील लबालब हो जाएगी. बता दें कि लंबे समय से उदयपुर में बारिश नहीं हुई थी. जिसके चलते शहर की सभी प्रमुख झीलें सूखने की कगार पर पहुंच गई थी.
ऐसे में गुरुवार और शुक्रवार को उदयपुर में हुई मूसलाधार बारिश शहरवासियों के साथ जलदाय विभाग के लिए भी राहत लेकर आई है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि झीलों के सूखने के साथ ही उदयपुर में पेयजल किल्लत की समस्या बढ़ गई थी लेकिन दो दिन में आई बारिश के बाद अब शहर की झीलों में पानी आना शुरू हो गया है.
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बता दें पिछोला झील उदयपुर के लिए इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि उदयपुर में पिछोला झील लबालब होने के बाद ही पिछोला का पानी स्वरूप सागर के माध्यम से फतेह सागर में छोड़ा जाता है और फतेहसागर लबालब होने के बाद फतेह सागर का पानी आयड़ के माध्यम से उदय सागर में भेजा जाता है. ऐसे में इन सभी झीलों में पानी पहुंचने के लिए पिछोला का भरना सबसे महत्वपूर्ण है.