उदयपुर. जिले में अन्तरराष्ट्रीय संस्थान और महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 पर संभाग स्तरीय कार्यशाला राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में आयोजित हुई. कार्यशाला के मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पाण्ड्या ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधारभूत सिद्धान्त पर विस्तार से जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि अच्छी शैक्षणिक संस्थान वह है, जहां सुरक्षित और प्रेरणादायक शिक्षण वातावरण मौजूद हो. 21वीं सदी की यह पहली शिक्षा नीति है, जिसमें विस्तार से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्राथमिक से माध्यमिक स्तर तक शत-प्रतिशत नामांकन का लक्ष्य रखा गया है. डॉ. पाण्ड्या ने प्रतिभागियों से शिक्षा नीति की विशेषताओं एवं चुनौतियों पर संवाद करते हुए नवीन शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में मुख्य योजना अधिकारी पुनीत शर्मा, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक संजय जोशी, क्रॉय प्रतिनिधि देवकिशन परमार और शिक्षा विभाग के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखें.