उदयपुर.नारायण सेवा संस्थान की ओर से संचालित मानसिक विमंदित पुनर्वास केंद्र में फूड पॉइजनिंग से बीमार हुए बच्चों को एमबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. ऐसे में शनिवार को एक और बच्चे ने दम तोड़ दिया. हालांकि पहले भी दूषित भोजन से दो बच्चों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि बुधवार को फूड पॉइजनिंग के कारण बच्चों की अचानक तबीयत खराब हो गई थी. बच्चों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिनमें से 2 बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया था.
इस पूरे मामले को लेकर विशेष योग्यजन निदेशालय, जयपुर आयुक्त और शासन सचिव गजानंद शर्मा ने शुक्रवार को शहर के लियो का गुढ़ा स्थित नारायण सेवा संस्थान की ओर से संचालित विमंदित बाल पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण किया. बच्चों के भोजन, आवास, पेयजल, मनोरंजन सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं का जायजा लिया. इस दौरान गजानंद शर्मा ने बच्चों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनी.
विशेष सावधानी और संवेदनशीलता रखने के निर्देश
विशेष योग्यजन आयुक्त ने पुनर्वास केंद्र के पदाधिकारियों को बच्चों की देखरेख में विशेष सावधानी और संवेदनशीलता रखने के निर्देश दिए. उन्होंने पुनर्वास केन्द्र के पदाधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि पुनर्वास केन्द्र में बाहर से किसी भी प्रकार का खाना नहीं आना चाहिए.
पुनर्वास केन्द्रों में बाहर से तैयार खाना खाने से बच्चों की सेहत खराब होने और खाने की गुणवत्ता को लेकर आशंका रहती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए एहतियात के तौर पर राज्य के सभी विशेष योग्यजन पुनर्वास केन्द्रों में बाहर से तैयार खाना प्रतिबंधित कराने की गाइडलाइन जारी करने के निर्देश दिए.
आयुक्त शर्मा बाल चिकित्सालय के जनरल वार्ड में भर्ती पुनर्वास केंद्र के पांच बच्चों की कुशलक्षेम जानने पहुंचे. उन्होंने एमबी अस्पताल अधीक्षक आर.एल. सुमन और अन्य चिकित्सकों से बच्चों की सेहत के बारे में जानकारी ली. चिकित्सकों के मुताबिक बच्चों की सेहत में सुधार है.