श्रीगंगानगर. कोरोना वायरस के चलते जिले में जनता कर्फ्यू का असर ना केवल शहरों में बल्कि दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. इसकी घोषणा के बाद रविवार को लोगों ने घरों में रहने का फैसला किया. इसी के तहत जिले के कुछ कस्बों और ग्रामीण हिस्सों से जो खबरें आ रही है, उसमें लोगों ने कोरोना वायरस को लेकर सरकार के आदेशों की पालना की है.
क्षेत्रों में भी दिखा जनता कर्फ्यू का असर इसके साथ ही भारत-पाक सीमा से सटे घडसाना कस्बे और ग्रामीण क्षेत्र की जो तस्वीरें सामने आई है, उससे पता चलता है कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों में ना केवल भय की स्थिति है बल्कि कोरोना से लड़ने के लिए लोग घरों में रुककर इसका सहयोग भी कर रहे हैं. कस्बे के तमाम व्यापारिक और दूसरे संस्थान बंद है.
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कोरोना को लेकर लोगों में ऐसा भय है कि आवश्यक जरूरतों की चीजों से जुड़ी सप्लाई खुली रखने के आदेश के बाद भी लोगों ने अपने संस्थान नहीं खोले हैं. घडसाना कस्बे में जनता कर्फ्यू की पूरी तरह से पालना होती नजर आ रही है. यहां किसी प्रकार के वाहनों का आवागमन भी नजर नहीं आ रहा है. लोग जनता कर्फ्यू के तहत सुबह से अपने घरों में बंद हैं.
इसी तरह से सीमावर्ती एरिया रायसिंहनगर कस्बे और गांव-खेतों की जो तस्वीरें सामने आई है, उसको देख कर लग रहा है कि जनता कर्फ्यू पूरी तरह से कामयाब होता नजर आ रहा है. गांव में ग्रामीण घरों के अंदर है तो वहीं खेतों में किसान भी काम धंधे छोड़कर जनता कर्फ्यू की पालना कर रहे हैं.
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ग्राम पंचायत 22 पीएस के सरपंच बच्चू सिंह ने बताया कि गांव में जनता कर्फ्यू की पालना के लिए पंचायत ने शनिवार को गांव के गुरुद्वारे से ऐलान करवाकर रविवार को लोगों को घरों में रहने के लिए अपील की थी, जिस पर रविवार को खेतों से लेकर गांव-गुवाड़ तक लोग बाहर नहीं निकले हैं.
कस्बों से लेकर गांव-गुवाड़ तक जनता कर्फ्यू का असर
सादुलशहर (श्रीगंगानगर).कोरोना वायरस से बनी संकट की स्थिति के बीच देश रविवार को एक अनूठे महायज्ञ का साक्षी बनने को तैयार है. सुबह सात बजे से रात नौ बजे के बीच ‘जनता कर्फ्यू’ के 14 घंटे देश के लिए बेहद अहम होंगे. ये 14 घंटे का यह जनता कर्फ्यू संयम महामारी के चक्र को तोड़ने में सहायक हो सकता है.
दरअसल, कोरोना के खिलाफ जंग के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि रविवार को सुबह 7 से रात 9 बजे के बीच लोग घरों से नहीं निकलें. पीएम की अपील का पालन करने के लिए पूरे देश ने एकजुटता दिखाई है. इसका असर श्रीगंगानगर जिले के सादुलशहर में भी देखने को मिला. इसके चलते मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है.
जनता कर्फ्यू का दिखा असर
श्रीगंगानगर.वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को लगे जनता कर्फ्यू के तहत लोगों को घरों में रहने की नसीहत दी गई है. कोरोना वायरस को देखते हुए जिले भर के सभी शहर और बाजार रविवार सुबह से ही पूर्णतया बंद नजर आए. इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने किसी से कोई भी प्रकार की जोर-जबरदस्ती नहीं की है, बल्कि लोगों ने सहयोग के लिए खुद ही अपने संस्थान बंद करके अपना कर्तव्य निभाया हैं.
श्रीगंगानगर में दिखा लॉक डाउन का असर
श्रीगंगानगर.कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 31 मार्च तक राजस्थान में लॉक डाउन की स्थिति है. ऐसे में लॉक डाउन के पहले दिन रविवार को श्रीगंगानगर में इसका व्यापक असर दिखा. कहा जा रहा है कि सुबह 7 से रात के 9 बजे तक 14 घंटे का यह जनता कर्फ्यू महामारी के चक्कर को तोड़ने में सहायक हो सकता है. पीएम मोदी की इस अपील की पालना करने के लिए पूरे देश ने एकजुटता दिखाई है. शहर में सभी सार्वजनिक स्थान बंद हैं.