श्रीगंगानगर. राजस्थान के कई हिस्सों में आ रही टिड्डियों से बड़ा नुकसान हुआ है. बड़ी संख्या में लगातार टिड्डियों के आने से सीमावर्ती एरिया में किसानों की फसलें पूरी तरह चौपट भी हुई है. टिड्डियों को मारने के लिए लगातार कृषि विभाग और टिड्डी मंडल दल सक्रिय हैं.
किसानों द्वारा टिड्डियों को मारने के लिए ड्रोन से स्प्रे का छिड़काव करने की मांग की जा रही है. मगर सरकार ने अभी तक टिड्डियों को मारने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया है. एक बार फिर ईरान और अफ्रीकन देशों से बड़ी संख्या में टिड्डियों के आने का एफएओ और टिड्डियों चेतावनी मंडल की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो जून माह के अंतिम सप्ताह या जुलाई में टिड्डियों का बड़ा अटैक होने की आशंका है. विभाग के अधिकारियों की माने तो अफ्रीका के विभिन्न प्रांतों में जो टिड्डियों की ब्रीडिंग हुई है वहां से अटैक होने की आशंका है.
अफ्रीका के विभिन्न प्रांतों में टिड्डियों की हुई ब्रीडिंग का मोमेंट फॉर्म बनना शुरू हो रहा है. जिसके जून और जुलाई माह में पहुंचने की आशंका है. टिड्डियों के आक्रमण को देखते हुए कृषि विभाग ने तैयारियां की है. विभाग ने जिले में कंट्रोल रूम स्थापित कर लिए हैं. वहीं सर्वे के लिए भी टीमें गठित कर सर्वे शुरू करवाया गया है. जिला प्रशासन कृषि विभाग राजस्व विभाग और टिड्डी चेतावनी संगठन सभी मिलकर प्रयास में लगे हुए हैं कि टिड्डियों के आने पर नियंत्रण किया जाएगा.