सीकर.कोरोना वायरस आज अपना कहर हर क्षेत्र पर बरपा रहा है. अब इससे देवस्थान भी अछूते नहीं रहे हैं. जिले के खाटू श्यामजी में स्थित बाबा श्याम मन्दिर के पट पिछले 51 दिन से बंद है. हर दिन हजारों श्याम भक्तों से अटी रहने वाली बाबा श्याम की खाटू नगरी अब भक्तों की बाट जोह रही है. खाटू में जब से बाबा श्याम का मंदिर लॉकडाउन की वजह से बंद हुआ है. तब से यह पूरा कस्बा वीरान नजर आता है.
लक्खी मेले में जुटती है लाखों की भीड़.
6 मार्च तक खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला चलता है. इस मेले में 30 लाख से ज्यादा श्रद्धालु खाटू पहुंचते थे. लेकिन इस बार मेला संपन्न होने की कुछ दिन बाद ही यानी कि 19 मार्च को ही मंदिर के पट कोरोना वायरस की वजह से बंद हो गए. हालांकि उस वक्त भी हजारों की संख्या में श्रध्दालु यहां आए थे. जो जैसे-तैसे करके किसी तरह अपने घर पहुंच गए. लेकिन उसके बाद मंदिर के पट उसके बाद आज तक नहीं खुले.
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क्यों लगता है यहां भक्तों का तांता
बाबा श्याम के दरबार में हर दिन करीब 5 से 6 हजार श्रद्धालु आते हैं. इस तरह पिछले 50 दिन में करीब 3 लाख श्रद्धालु यहां पहुंचते. इसके अलावा हर महीने की एकादशी को यहां मासिक मेला लगता है. दो दिन के इस मेले में करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु आते हैं. मन्दिर के पट बन्द होने के बाद दो एकादशी चली गई. इस प्रकार अब तक 6 से 7 लाख श्रद्धालु यहां नहीं पहुंच पाए.
करोड़ों के चढ़ावे का हुआ नुकसान
हालांकि मन्दिर कमेटी के पदाधिकारी कभी भी मन्दिर में आने वाले चढ़ावे का खुलासा नहीं करते हैं. लेकिन यह तय है कि मंदिर में इतने दिन में करोड़ों का चढ़ावा मिलता, क्योंकि खाटू श्याम जी में ज्यादातर पूरे देश से सम्पन्न लोग आते हैं और मन्दिर में काफी पैसा चढ़ाते हैं.