नागौर. जिले के प्रभारी मंत्री सुखराम बिश्नोई ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड-19 की रोकथाम व बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन की समीक्षा बैठक की. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग, खाद्य आपूर्ति, जल आपूर्ति, मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी सरकारी योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी ली. इस दौरान प्रभारी सचिव नरेश पाल गंगवार के साथ जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, एसपी विकास पाठक साथ ही जिले के अधिकारी मौजूद रहे.
जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान नागौर जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19 की रोकथाम को लेकर अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी. साथ ही इसमें मिली सफलता के बारे में विस्तार से बताया. नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने वीसी के जरिए बताया कि नागौर के ग्राम पंचायत बासनी मूंडवा के रोड परबतसर के मुंडोता कोर कुचामन और लाडनूं में कुल 118 कोरोना वायरस मरीज हैं. जिनमें से 104 की सैंपल रिपोर्ट दो बार नेगेटिव आने के बाद उन्हें जेएलएन अस्पताल के आइसोलेशन से संस्थागत क्वॉरेंटाइन में भेज दिया है.
बासनी में कोरोना पॉजिटिव मरीज जिले में सबसे ज्यादा पाए गए थे, इसलिए वहां पर सर्वाधिक सैंपल लिए गए हैं. धारा 144 के तहत जीरो मोबिलिटी कर्फ्यू लगाया गया. पुलिस प्रशासन के सहयोग से इसकी पूरी पालना करवाई जा रही है. लॉकडाउन के दौरान सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरा पालन किया गया है. जरूरतमंद वर्ग को सरकार के निर्देश अनुसार हर सहायता उपलब्ध कराई गई है. भोजन आदि व्यवस्था के लिए समाजसेवी भामाशाहों का सहयोग लिया जा रहा है. वहीं जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए, वहां तीन बार हेल्थ सर्वे कराया गया और कॉन्टैक्ट हिस्ट्री के आधार पर सैंपलिंग का काम जारी है. नागौर जिले से बाहर से आए लोगों के लिए डेडिकेटेड क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. वहां पर भी रैंडम सैंपल लिए जा रहे हैं.