राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

नागौर में हुई झमाझम बारिश, फसलों के लिए फायदेमंद - नागौर में जमकर बरसे मेघ

प्रदेश में मानसून सक्रिय होने की खबरों के बीच लंबे समय से एक अच्छी बरसात का इंतजार कर रहे नागौर में मंगलवार रात से सुबह तक अच्छी बारिश हुई है. औसत रूप से जिले में बीते 24 घंटे में 21 मिमी बारिश दर्ज की गई हैं. इसमें सबसे ज्यादा 78 मिमी बरसात मेड़ता तहसील में दर्ज की गई है.

नागौर में जमकर हुई बारिश, Heavy rains in Nagore
नागौर में जमकर हुई बारिश

By

Published : Jul 22, 2020, 6:30 PM IST

नागौर. लंबे समय से एक अच्छी बारिश होने का इंतजार कर रहे नागौर जिले में मंगलवार रात मौसम मेहरबान हुआ. जिले के अधिकांश इलाकों में मंगलवार देर रात शुरू हुआ बारिश का दौर सुबह तक चला. बीते 24 घंटे में नागौर जिले में औसत 21 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जिसमें सबसे ज्यादा 78 मिमी बारिश मेड़ता सिटी तहसील में दर्ज की गई.

नागौर में जमकर हुई बारिश

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि जिले में बीते 24 घंटे में औसत रूप से 21 मिमी बारिश दर्ज की गई है. इसके अनुसार, नागौर क्षेत्र में 29 मिमी, मूंडवा क्षेत्र में 15 मिमी, खींवसर क्षेत्र में 41 मिमी, जायल क्षेत्र में 20 मिमी, मेड़ता क्षेत्र में 78 मिमी, रियांबड़ी क्षेत्र में 11 मिमी, डेगाना क्षेत्र में 13 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है.

इसी तरह डीडवाना तहसील में 6 मिमी, लाडनूं तहसील में 25 मिमी, परबतसर तहसील में 5 मिमी और मकराना, नावां और कुचामन तहसील में 10-10 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. बता दें की नागौर शहर और आसपास के इलाके में मंगलवार रात बारिश का दौर शुरू हुआ था, जो बुधवार आज सुबह तक जारी रहा.

नागौर में सावन महीने के पहले दिन 5 जुलाई को थोड़ी बहुत बरसात हुई थी. इसके बाद से लगातार तेज गर्मी और उमस से लोग बेहाल थे. इसके अलावा किसान भी एक अच्छी बरसात का इंतजार कर रहे थे. जिससे खेत की बुवाई की गई.

पढ़ेंःचूरू: दिन भर छाए रहे काले बादल, फिर भिगो कर चले गए...

अब एक तरफ जहां इस बारिश से आमजन को तेज गर्मी और उमस से राहत की उम्मीद है. वहीं, किसानों को भी इस बरसात से फायदा होने की उम्मीद बंधी है. हालांकि, टिड्डियों के लगातार हो रहे हमलों में भी बारिश के कारण तेजी आने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि, बारिश में टिड्डियों का प्रजननकाल होता है और यदि जिले में किसी जगह टिड्डियों ने अंडे दे दिए तो हालात ज्यादा खराब होने का खतरा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details