कोटा.जिला परिषद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एक नंबर वार्ड से जीत कर आए मुकेश वर्मा का नाम पहले चर्चा में था, लेकिन ऐन मौके पर टिकट बदलते हुए उनकी जगह वार्ड नंबर 12 से चुनाव लड़े मुकेश मेघवाल को जिला प्रमुख बना दिया गया. इसकी टीस मुकेश वर्मा के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी. हालांकि उन्होंने वोट भारतीय जनता पार्टी को ही दिया लेकिन अपने साथ किए इस व्यवहार पर नाराजगी (Zila parishad member mukesh verma angry) भी जताई.
जिला प्रमुख का मतदान कर वापस आते समय उन्होंने कहा कि सारी तैयारी थी लेकिन मेरे ऊपर अनर्गल आरोप पार्टी के ही नेताओं ने लगाया. यहां तक कि उन्होंने कहा कि मुझे जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित किया गया. इसी के चलते मेरा टिकट काटा गया है. मुकेश वर्मा ने कहा कि राजनीतिक कारण से ही टिकट काटा गया है, लेकिन मुकेश मेघवाल भी मेरे बड़े भाई हैं. उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी के नेताओं ने ही बदनाम किया है. कभी जाति से कभी तो संतानों से हर प्रकार से परेशान किया गया है.
बीजेपी से जिला प्रमुख का टिकट कटने पर बोले मुकेश वर्मा पढ़ें. Panchayat elections in Rajasthan: 4 में से 3 जिला प्रमुख कांग्रेस के, एक पर भाजपा का कब्जा...बारां में भाया की रणनीति से चूकी बीजेपी
मेघवाल समाज की मीटिंग रखी गई. मेरे बैरवा समाज का कोई सदस्य नहीं था. मुझे कोई एलर्जी नहीं है, मेरे भाई ही बने हैं. मैं लोगों के बारे में पड़ताल करूंगा, मैं और मेरे पिता इन पर मानहानि का दावा भी करेंगे. पार्टी में ये छोटे पद पर लोग हैं. यह नाम बताना उनका उचित नहीं है. मुझे पार्टी में रहना है, इसलिए मैं नाम नहीं बता रहा हूं. मेरा 25 किलो वजन कम कर दिया. यहां बहुत सारे पार्टी में ही खलनायक हैं, ईश्वर उन्हें दंड देगा.
अफवाह फैला कर मेरी बहन और उनकी बेटियों को भी मेरा बता दिया
मुकेश वर्मा ने कहा कि मेरे लिए झूठी अफवाह फैला दी गई कि मेरे तीन बच्चे हैं. पार्टी में ही मौजूद लोगों ने मेरी बहन को मेरी बेटी बताकर पेश कर दिया. मेरे भांजे-भांजी को भी मेरे बेटा बेटी बनाकर पेश कर दिया गया. मेरे सब डॉक्यूमेंट और कागजात पेश किए, सबूत मैंने सब दे दिए. मेरी बहनों को भी मैंने बुला लिया, लेकिन ये सब लोग पाप के भागीदार होंगे. इन सब लोगों को कीड़े पड़ेंगे.
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मुझे फोर्स किया गया और जातिसूचक शब्दों से भी मुझे अपमानित किया गया है. कुछ ऐसे शब्द बोले कि इसको गद्दी पर बैठाओगे क्या, छोटे आदमी को. मेरे तीन पत्नियां बता दी गईं, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. मैं गरीब परिवार से हूं एमबीएस अस्पताल में संविदा पर जॉब करता हूं, अब भी लोगों की मदद करता रहूंगा.
विधायक कल्पना देवी और हरीकृष्ण बिरला ने मेरे लिए ताकत लगाई
मुकेश वर्मा ने कहा कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के बड़े भाई हरि कृष्ण बिरला और लाडपुरा के विधायक कल्पना देवी के बारे में कहा कि उन्होंने ताकत मेरे लिए लगा दी. चुनाव लड़ने में आर्थिक रूप से भी काफी मदद की. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी उनके लिए ताकत लगाई है, लेकिन कुछ कारण ऐसे बना दिए गए जिसके चलते ही टिकट काट दिया गया. सुबह तक भी मेरा नाम था, लेकिन अचानक से नाम बदल दिया गया.