कोटा.नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन 2021 का परिणाम बुधवार देर रात घोषित कर दिया. इसमें मूलतः राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले और बीते 2 सालों से कोटा में रहकर ही जेईई परीक्षा की तैयारी कर रहे जैनिथ मल्होत्रा भी 100 परसेंटाइल लेकर टॉपर बने हैं. ये कोटा के एक निजी कोचिंग संस्थान में रहकर पढ़ रहे थे. साथ ही कोटा शहर के न्यू जवाहर नगर इलाके में एक हॉस्टल में रहते हैं.
JEE मेन मार्च 2021 में 100 परसेंटाइल लेकर टॉपर बने जैनिथ मल्होत्रा, कोटा में रहकर की पढ़ाई - जेईई मेन में ऐतिहासिक रिकॉर्ड
जेईई मेन मार्च 2021 का परिणाम बुधवार देर रात घोषित कर दिया. इसमें मूलतः राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले और बीते 2 सालों से कोटा में रहकर ही जेईई परीक्षा की तैयारी कर रहे जैनिथ मल्होत्रा 100 पर्सेंटाइल लेकर टॉपर बने हैं. जैनिथ मल्होत्रा का कहना है कि कोटा के कोचिंग संस्थानों के रिजल्ट्स काफी अच्छे थे और ये शहर मेरे लिए नजदीक था, इसलिए मैंने जेईई की तैयारी के लिए कोटा आने का निर्णय लिया.
उनका कहना है कि लॉकडाउन के समय घर पर रहकर ऑनलाइन ही पढ़ाई की थी. इस साल ऑफलाइन क्लासेज शुरू होने पर कोटा आ गए. जैनिथ मल्होत्रा का कहना है कि कोटा के कोचिंग संस्थानों के रिजल्ट्स काफी अच्छे थे और ये शहर मेरे लिए नजदीक था, इसलिए मैंने जेईई की तैयारी के लिए कोटा आने का निर्णय लिया. जेईई मेन फरवरी अटैम्प्ट में 99.99 परसेंटाइल स्कोर किए थे. लेकिन, एडवांस की मजबूत तैयारी के लिए मैंने मार्च अटैम्प्ट भी देने का निर्णय लिया.
उन्होंने कहा कि 10वीं कक्षा में 98 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की थी. प्रतिदिन 5-6 घंटे सेल्फ स्टडी को देता हूं. रोजाना क्लास में दिए जाने वाला होमवर्क पूरा करता हूं, क्योंकि इससे डाउट्स सामने आते हैं. बिना डाउट्स क्लीयर किए अगले दिन की क्लास में बैठने का कोई मतलब नहीं रहता. टाइम मैनेजमेंट के साथ स्ट्रेटेजी बनाकर पढ़ाई करता था, जिससे तीनों विषयों को बराबर समय दे सकूं. बड़ी बहिन बीटेक करने के बाद डेलाॅइट कंपनी में सेवाएं दे रही हैं. मैं जेईई एडवांस्ड क्रेक करने के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) बैंगलुरु में एडमिशन लेना चाहता हूं. जैनिथ के पिता राकेश मल्होत्रा एलआईसी में अधिकारी हैं. वहीं. उनकी माता शालू अरोड़ा गवर्नमेंट स्कूल में प्रिंसिपल है.