कोटा. जिले के रहने वाले दिव्यांग खिलाड़ी नरेंद्र शर्मा का चयन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए भारत की टीम में हुआ है. उन्हें खुशी है कि अब वे भारत की जर्सी पहनकर खेलते हुए नजर आएंगे. उन्होंने बताया कि मैं सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और राहुल द्रविड़ को अपना आदर्श मानता हूं. उन्हें खेलते हुए देखा था तो मैंने भी सोचता था कि मुझे भी ऐसा मौका मिले, जहां पर मैं भारत के लिए खेल सकूं. मैं जब जनरल क्रिकेट खेलता था, तब अंडर-19 क्वालीफाई और अन्य कई प्रतियोगिताओं में मैंने भाग लिया.
नरेंद्र, कोटा के जेकेलोन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में ही खेलते थे. 2018 में उन्हें फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया था. वे तीन नेशनल प्रतियोगिता खेल चुके हैं. इस साल नेशनल विनर बने हैं. इसी प्रतियोगिता में बेस्ट बल्लेबाज का अवार्ड भी उन्हें मिला है. उनका कहना है कि अब मुझे सपनों को साकार करने का मौका मिला है कि इंडिया की जर्सी पहन सकता हूं. ईश्वर का अगर साथ मिला, तो हम अच्छा प्रदर्शन इसमें करेंगे.
बता दें, यह प्रतियोगिता 12 सितंबर से शुरू होगी. ये हैदराबाद, मुंबई और औरंगाबाद में आयोजित होगी, जिसमें बांग्लादेश के साथ टेस्ट, टी-20 और वनडे मैच खेले जाएंगे. इसमें नरेंद्र शर्मा बतौर ओपनर बल्लेबाज खेलते नजर आएंगे. नरेंद्र शर्मा राजस्थान क्रिकेट टीम के कप्तान भी हैं. साथ ही वे 6 साल की उम्र से ही क्रिकेट देख और खेल रहे हैं.
उनका कहना है कि सामान्य बुखार आने पर 6 साल की उम्र में उनको एक इंजेक्शन लगा था, जिसके चलते एक नस दब गई और उनका एक पैर थोड़ा कमजोर हो गया. जिसके चलते वह दिव्यांग की श्रेणी में आ गए. हालांकि, उन्होंने नॉर्मल क्रिकेट में भी कोटा जिले में क्रिकेट खेला है. कई प्रतियोगिताओं में उन्होंने भाग लिया है. इसके बाद 2018 में अब वह फिजिकली डिसेबल्ड टीम का हिस्सा बन गए हैं.