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कोटा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर सजी झांकियां... दिखे भगवान कृष्ण के कई अवतार - Janmashtami in Kota

कोटा के डीसीएम श्रीराम लिमिटेड में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर झांकियां प्रदर्शित करने का क्रम 50 साल से ज्यादा वक्त से लगातार जारी है. झांकियां देखने के लिए करीब दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु कोटा और आसपास के गांवों से डीसीएम श्रीराम लिमिटेड पहुंचते हैं. झांकियों में भगवान कृष्ण की बाल रूप से लेकर कई अवतार दिखाए जाते हैं.

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, Srikrishn Janmathami

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Published : Aug 25, 2019, 8:49 AM IST

कोटा. जिले में जन्माष्टमी के मौके पर डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के श्री राम कला मंदिर परिसर में हर साल की भांति इस बार भी कृष्ण भगवान की झांकियां लगाई गई, जिसे देखने के लिए देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. झांकियों में भगवान कृष्ण की बाल रूप से लेकर कई अवतार दिखाए गए, जिनमें उनकी अलग-अलग लीलाओं की प्रस्तुती दिखी. इस दौरान करीब दो दर्जन से ज्यादा झांकियां सजाई गई. इस वर्ष झांकियों में श्रद्धालुओं ने सबसे ज्यादा बाल लीलाओं की झांकी को पसंद किया.

बता दें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर यह झांकियां प्रदर्शित करने का क्रम डीसीएम श्रीराम लिमिटेड में 50 साल से लगातार जारी है. इन्हें देखने के लिए करीब दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु कोटा और आस-पास के गांवों से डीसीएम श्रीराम लिमिटेड पहुंचे.

कोटा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर सजी झांकियां

इन झांकियों को खोलने के पहले रेजिडेंट हेड एंड प्रेसिडेंट प्लास्टिक एंड पावर प्रेमदास और प्रेसिडेंट एंड बिजनेस हेड फर्टिलाइजर एंड सीमेंट वीनू मेहता ने राधा कृष्ण मंदिर में मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना की. फिलहाल यह झांकियां लोगों के लिए खुली रहेंगी. डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के प्रेसिडेंट एंड बिजनेस हेड फर्टिलाइजर एंड सीमेंट वीनू मेहता का कहना है कि 1964 में यह फैक्ट्री कोटा में स्थापित हुई थी. तब से इसी तरह से वे जन्माष्टमी मना रहे हैं, दो दिन यह झांकियां लगाई जाती है.

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यहां दो लाख से ज्यादा लोग झांकियां देखने के लिए आते हैं. इसकी सुरक्षा के भी पुख्ता चाक-चौबंद व्यवस्था किए जाते हैं, जिससे कोई व्यवस्था नहीं फैले. इसमें जिला प्रशासन और पुलिस का सहयोग भी लिया जाता है. झांकियों को देखने आने वाले श्रद्धालुओं ने ईटीवी भारत से कहा कि उन्होंने इस तरह की झांकियां पहले कभी नहीं देखी है. झांकी स्थल से 700 मीटर दूर से ही बैरिकेडिंग कर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाता है, जिससे झांकी स्थल के पास व्यवस्थाएं बनी रहे, इसके साथ ही डीसीएम श्रीराम के कार्मिक भी सुरक्षा में लगे होते हैं.

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