कोटा.विधायक किरण माहेश्वरी कोटा दक्षिण चुनाव की प्रभारी हैं और वे कोटा दौरे पर हैं. इस दौरान ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए उन्होंने आरपीएससी के चेयरमैन पद पर पूर्व डीजीपी भूपेंद्र यादव के नियुक्ति पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि जिस तरह से आरपीएससी में सदस्य और अध्यक्ष बनाए गए हैं, इसकी निष्पक्षता पर ही सवालिया निशान लग गए हैं. आरपीएससी अध्यक्ष का पद संवैधानिक है, लेकिन जिस तरह से पूर्व डीजीपी भूपेंद्र यादव की नियुक्ति हुई है, जो काम होने चाहिए अब वे नहीं होंगे.
पूर्व मंत्री माहेश्वरी ने कहा कि आरपीएससी चेयरमैन का पद संवैधानिक है. इसकी नियक्ति निष्पक्ष तौर से होनी चाहिए थी. पूर्व डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर में फेल थे. फिर भी उन्हें वहां पर अध्यक्ष बना दिया है. एसीएस फाइनेंस की पत्नी को सदस्य बना दिया है. सरकार क्या दिखाना और बताना चाहती है. केवल खानापूर्ति करनी है या फिर कुछ लोगों को सेटिस्फाई करना है. आरपीएससी की गरिमा को खत्म करने वाली बात है.
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बागी नहीं बर्दाश्त करेगी पार्टी
बगावत कर चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशियों के मुद्दे पर किरण माहेश्वरी ने कहा कि इस बार जो पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ेगा उसको पार्टी से निकाल दिया जाएगा. हमारी पारदर्शिता के साथ मंथन कर रहे हैं. सभी लोगों से राय ले रहे हैं. बूथ से लेकर मंडल लेवल पर बात कर रहे हैं. वहीं पूर्व मंडल अध्यक्ष और महामंत्री से भी चर्चा कर रहे हैं. पुराने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से भी मशविरा लिया है. फिर भी कोई बगावत करता है तो पार्टी स्ट्रिक्ट एक्शन लेगी.