कोटा.साइबर ठगों ने भारत संचार निगम लिमिटेड की हुबहू वेबसाइट बनाकर ठगी का नया तरीका खोज निकाला है. जिसके तहत वह रोज सैकड़ों लोगों से ठगी कर रहे हैं. कोटा भारत संचार निगम लिमिटेड के दफ्तर में भी इस तरह की शिकायतें अब आने लगी हैं. इसके बाद जब पड़ताल की गई तो सामने आया कि साइबर ठगों ने हुबहू वेबसाइट बीएसएनएल की तरह बनाई हुई है. जिसके जरिये वो फाइबर टू होम कनेक्शन के नाम पर अग्रिम भुगतान मांग रहे हैं और उपभोक्ताओं से ऑनलाइन ही पैसा लिया जाता है, जो कि सीधा ठगों के खाते में ही पहुंच जाता है.
कोटा: BSNL की फर्जी वेबसाइट बनाकर ग्राहकों से ठगी - बीएसएनएल की नकली वेबसाइट
साइबर ठगों ने भारत संचार निगम लिमिटेड की हुबहू वेबसाइट बनाकर ठगी का नया तरीका खोज निकाला है. जिसके तहत वह रोज सैकड़ों लोगों से ठगी कर रहे हैं. कोटा भारत संचार निगम लिमिटेड के दफ्तर में भी इस तरह की शिकायतें अब आने लगी हैं. इसके बाद जब पड़ताल की गई तो सामने आया कि साइबर ठगों ने हुबहू वेबसाइट बीएसएनएल की तरह बनाई हुई है. जिसके जरिये वो फाइबर टू होम कनेक्शन के नाम पर अग्रिम भुगतान मांग रहे हैं और उपभोक्ताओं से ऑनलाइन ही पैसा लिया जाता है, जो कि सीधा ठगों के खाते में ही पहुंच जाता है.
जबकि बीएसएनएल फाइबर टू होम का पैसा ऑनलाइन नहीं लेकर बिल के जरिये ही ग्राहक को भेजता है. इस संबंध में बीएसएनएल कोटा के महाप्रबंधक गोविंद प्रसाद गुप्ता ने बताया कि ठग लोगों से एग्रीमेंट करवा कर उन्हें बीएसएनएल एजेंट बनाने की बात भी कर रहे हैं. साथ ही जितने कलेक्शन लगाने का दावा व्यक्ति करता है. उस हिसाब से यह लोग पहले ही भुगतान मांग लेते हैं. साथ ही इस संबंध में बीएसएनएल जीएम गोविंद प्रसाद गुप्ता ने यह भी कहा कि कई फर्जी वेबसाइट बनी होगी, लेकिन हमारे नोटिस में कुछ आई है. ऐसे में यह वेबसाइट जिन लोगों ने बनाई है. उससे लोगों को भ्रमित किया जा रहा है. इस संबंध में हमारे परिमंडल कार्यालय ने भी एफआईआर दर्ज करवाई है. जिस पर जांच पुलिस कर रही है.
बीएसएनएल नहीं लेता है अग्रिम भुगतान
बीएसएनएल कोटा में मार्केटिंग का काम देखने वाले सब डिविजनल अधिकारी नरेंद्र सिंह नागर का कहना है कि बीएसएनएल भी ऑनलाइन आवेदन तो लेता है, लेकिन इसका भुगतान ऑनलाइन नहीं ले रहा है और अग्रिम भुगतान तो बिल्कुल भी बीएसएनएल नहीं लेता है. क्योंकि पहले फाइबर कनेक्शन के लिए लोकेशन देखी जाती है कि वहां पर कनेक्शन हो सकता है या नहीं. जब कनेक्शन ही नहीं हो सकता है तो ऑनलाइन भुगतान लेकर भी क्या करेंगे. ऐसे में जो भी ग्राहक हैं. उन्हें सचेत होने की आवश्यकता है.