जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी सत्ता में है और सत्ताधारी दल जिसका भी होता है वह जोड़-तोड़ करने में ज्यादा सक्षम होता है. राजधानी जयपुर में जिस तरीके से भाजपा ने अपना बहुमत नहीं होने के बावजूद भी जयपुर हेरिटेज में अपना उप महापौर का प्रत्याशी उतार दिया, ऐसी हिम्मत प्रदेश का सत्ताधारी दल कांग्रेस नहीं दिखा सका.
कांग्रेस पार्टी ने महापौर का प्रत्याशी तो जयपुर ग्रेटर में लगाया, लेकिन महापौर की बुरी हार के चलते उप महापौर पद पर प्रत्याशी उतारने की हिम्मत कांग्रेस पार्टी ने नहीं दिखाई.
जयपुर ग्रेटर में प्रत्याशी नहीं होने के चलते निर्विरोध ही भाजपा के उप महापौर का चयन हो गया. इस मामले पर बोलते हुए प्रदेश के मुख्य सचेतक महेश जोशी और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा की ग्रेटर में कांग्रेस के पास पर्याप्त बहुमत नहीं है और वैसे भी महापौर के चुनाव के समय भाजपा के पार्षदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज के आधार पर वोट नहीं दिया. ऐसे में उप महापौर के चयन में भी भाजपा पार्षद अंतरात्मा की आवाज पर वोट नहीं देते ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी नहीं उतारा गया.
प्रभारी अजय माकन ने भी मांगी रिपोर्टः