कोटा.जिले की एसीबी की टीम ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगर विकास न्यास में बतौर कंसल्टेंट तैनात सीताराम मीणा और दलाल होमगार्ड के जवान को 40 हजार रुपए की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया था. इस मामले में एसीबी की जांच आगे बढ़ कर नगर विकास न्यास के अन्य अधिकारियों और रुडसिको के अधिकारियों तक पहुंच सकती है.
एसीबी के निरीक्षक दलवीर सिंह फौजदार का कहना है कि इस मामले में एसीबी जो 400 मकानों के लिए राशि जारी हुई है, उनका भौतिक सत्यापन करवाएगी. साथ ही यह भी जांच करेगी कि उनकी जियो टैगिंग सही हुई है या नहीं. एसीबी को अंदेशा है कि इनमें से अधिकांश मकान तो बने नहीं, लेकिन उनका भुगतान जारी हो गया है, जिसमें बड़े स्तर पर उच्चाधिकारियों ने पैसा गबन किया है.
वहीं, बापू नगर कॉलोनी के लोग कह रहे हैं कि हर फाइल पर उनसे पैसा लिया गया है. ऐसे में कितना पैसा लिया गया है, यह बाद में ही क्लियर होगा. कुछ मकानों की जियो टैगिंग होती है, वह सही नहीं हुई है. अधिकांश मकान बनने की शुरुआत की स्थिति जैसी ही है.
परिवादी का कहना है कि अधिकांश मकान बने ही नहीं है, केवल पैसा ही उठाया गया है. इसके लिए 517 फाइलें स्वीकृत हुई थी, इनमें से 400 के खाते में पैसा चला गया है. उनके खातों में 60 हजार रुपए जारी हो गए हैं और सेकंड किस्त के लिए फाइल क्लियर करके आगे भेज दी गई है.