कोटा. एसीबी की ओर से बिजली विभाग के जेईएन की ट्रैपिंग के दौरान परिवादी को बंधक बनाकर उसका टेप रिकॉर्डर जला देने का मामला सामने आया है. जेईएन की ट्रैपिंग के दौरान एसीबी की टीम परिवादी के इशारा मिलने के इंतजार में घात लगाकर बैठी हुई थी कि आरोपी जेईएन को शक हो गया. वहीं, बाहर इंतजार कर रही एसीबी को जब परिवादी का कोई इशारा नहीं मिला, तो उन्होंने मौके पर जाकर देखा. मौके पर आरोपी ने परिवादी को जबरन बैठा कर रखा हुआ था. यह नाटकीय घटनाक्रम कोटा ग्रामीण के चेचट थाना इलाके में हुआ.
एसीबी ट्रैपिंग की शक में आरोपी ने परिवादी को बना लिया बंधक परिवादी ने एसीबी से शिकायत की थी कि उसकी आटा चक्की लगी हुई है. उसमें वीसीआर बनाने की धमकी देकर बिजली विभाग के जेईएन अजय बसवाल लाइनमैन शोभागमल के जरिए उससे 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं. जिसके बाद एसीबी ने जेवीवीएनएल के जेईएन अजय बसवाल को ट्रैप करने के लिए योजना बनाई और इसका सत्यापन कराया, जिसमें रिश्वत मांगने की बात सामने आई.
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जेवीवीएनएल के जेईएन अजय बसवाल ट्रैप करने के लिए एसीबी ने परिवादी को भेजा. इस दौरान जेईएन बसवाल को परिवादी से बातचीत के दौरान शक हो गया. ऐसे में उसने परिवादी की जेब से रिकॉर्डर निकाल लिया और उसे तोड़ दिया. साथ ही रतिराम को बंधक बना लिया. जिस पर कोटा एसीबी की टीम सीआई दलवीर सिंह फौजदार ने आरोपी अजय बसवाल और अन्य के खिलाफ थाने में बंधक बनाने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मुकदमा दर्ज करवाया.
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि रिकॉर्डर के डाटा की करवाई गई है. घटना के दौरान एसीबी में शिकायत करने के लिए रिकॉर्डिंग मिली है, उसके आधार पर एसीबी के मुख्यालय में रिश्वतखोरी के प्रकरण दर्ज कराने के लिए भेजा गया है.