जोधपुर. प्रांतीय विद्युत मंडल मजदूर फेडरेशन इन्टक की ओर से सोमवार को विद्युत निगम ओल्ड पावर हाउस में प्रदर्शन किया गया. जहां उनके द्वारा मुख्यमंत्री के नाम अधीक्षक अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया. विद्युत मंडल मजदूर फेडरेशन इंटक ने प्रदेश भर में हो रहे निजीकरण का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया.
इंटक के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि विद्युत निगम प्रशासन मेंटेनेंस के लिए निजी कंपनियों को पूंजी पतियों को देने जा रही है. जिसका संघ विरोध करता है. साथ ही संगठन सरकार से मांग करता है कि विद्युत वितरण निगम को निजी कंपनियों के हाथों में नहीं सौंपा जाना चाहिए. अगर सरकार इसके बावजूद भी विद्युत निगम को निजी कम्पनियों के हाथों में सौंपा गया तो संगठन इसका भारी विरोध करेगा व घरने पर बैठेगा.
निजीकरण के विरोध में उतरा प्रांतीय विद्युत मंडल मजदूर फेडरेशन इस के साथ ही विद्युत मंडल मजदूर फेडरेशन ने श्रमिक हित में राज्य सरकार को 28 सूत्रीय मांग पत्र भी भेजा है. फेडरेशन द्वारा समय-समय पर राज्य सरकार के ऊर्जा मंत्री से संपर्क कर श्रमिकों और निगम हित में निजीकरण को रोक लगाने की मांग करता रहा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार भी पूर्ववर्ती सरकार की नीतियों को ही आगे बढ़ाने का काम कर रही है. जिसको देखते हुए आज विद्युत मण्डल मजदूर फेडरेशन ने ज्ञापन के माध्यम से राज्य सरकार से मांग कि है कि विद्युत निगम को निजी करण होने से अविलंब रोका जाए.
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संगठन ने फेडरेशन द्वारा प्रेषित मांग पत्र पर फेडरेशन प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर श्रमिक हित में निर्णय लेने की मांग की. साथ ही संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार निगम को निजी हाथो में सौपेगा तो फेडरेशन 16 सितंबर 2019 को प्रदेश स्तर पर मुख्य अभियंता स्तर का विरोध प्रदर्शन करेगा.