जोधपुर.बिलाड़ा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक युवक के परिवार सहित दो अन्य परिवारों को खाप पंचायत ने समाज से बहिष्कृत कर हुक्का-पानी बंद करने का फरमान सुनाया है. पीड़ित की ओर से बिलाड़ा पुलिस थाने में सरपंच सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है.
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पीड़ित सुरेश अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा का प्रदेश मीडिया प्रभारी है. उन्होंने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि वो पर्यावरण प्रेमी हैं और पिछले कई महीनों से वन्यजीवों का शिकार करने वाले लोगों के खिलाफ वन विभाग में मामला दर्ज करवाया है.
पर्यावरण प्रेमी परिवार को खाप पंचायत ने समाज से किया बहिष्कृत जिसके बाद वन्यजीवों का शिकार करने वाले लोगों ने गांव की खाप पंचायत में सरपंच के साथ मिलकर कुछ दिनों पहले कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए एक पंचायत बुलाई. जिसमें सुरेश सहित अन्य दो परिवारों को समाज से बाहर कर दिया साथ ही उनका हुक्का पानी बंद करने का फरमान सुनाया.
पीड़ित ने बताया कि उसकी ओर से वन्यजीव शिकारियों की शिकायत करने के बाद वन विभाग के रेंजर की तरफ से मिलीभगत कर उस मामले को रफा-दफा किया गया. जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी. जिसके बाद उसके खिलाफ लोगों ने मिलीभगत कर खाप पंचायत बुलाई और 3 परिवारों को समाज से बाहर करने का फरमान सुनाया है.
खाप पंचायत की ओर से समाज से बहिष्कृत और हुक्का पानी बंद करने का फरमान सुनाने के बाद गांव का कोई भी दुकानदार उन्हें राशन का सामान नहीं दे रहा जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
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फिलहाल पीड़ित सुरेश की ओर से इस संबंध में जोधपुर के बिलाड़ा पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई है. जहां पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर इस पूरे मामले की जांच शुरू की है. पुलिस का कहना है कि खाप पंचायत के कुछ लोग उसे और उसके परिवार को डरा-धमका रहे हैं. जिसके चलते अब वे लोग घर में कैद होकर रह गए है.