जोधपुर. कोरोना काल का साया खत्म होने के साथ ही इस बार दो साल बाद होली को लेकर लोगों में उत्साह (Holi after corona) हैं, क्योंकि इस बार पाबंदिया (Holi Craze after 2 years in Jodhpur) नहीं हैं. यही कारण है कि बाजार में रंगो की दुकानों पर पिचकारी व गुलाल की बिक्री इस बार जोरों पर हो (holi celebration in jodhpur) रही है.
बाजार में खास आकर्षण मोदी मुखौटा भी है. बड़ी संख्या में लोगों ने यह मुखौटा खरीदा है. अब हालत यह है कि बाजार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुखौटे गायब हो गए हैं व्यापारियों का कहना है कि चुनाव परिणाम के बाद तो जैसे लोगों में एक ही मांग आ रही है मोदी और योगी के चेहरे की लेकिन हमारे पास मुखौटे उपलब्ध नहीं है.
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व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के बाद इस बार लोग खुल कर खरीदी कर रह हैं. गांवों से भी लोग बड़ी संख्या में खरीदारी करने के लिए शहर का रुख कर रहे हैं. रंग और गुलाल की बिक्री में भी तेजी आई है. ऑर्गेनिक गुलाल का आर्डर दोबारा देने के बावजूद सप्लाई नहीं हो रही है. ऐसे में इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जोधपुर ही नहीं पूरे उत्तर भारत में जहां होली खेली जाती है उन सब जगह पर इस बार लोगों में उत्साह है जिसके चलते बाजार में स्टॉक की कमी हो गई है.