बाड़मेर. पिछले 48 घंटों से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से की गई नापाक हरकतों के बाद भारत में अपने हर मोर्चे पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया है.
वीडियोः देखें ग्राउंड रिपोर्ट भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा जम्मू-कश्मीर के बाद राजस्थान से लगती है जहां चप्पे-चप्पे पर बीएसएफ के जवान तैनात हैं. इसी बीच ईटीवी भारत पश्चिमी राजस्थान के पाकिस्तान से लगती सीमा से चंद मीटर दूर एक गांव पहुंचा और वहां के लोगों से बातचीत कर हालात को जाना.
बारा गांव के लोगों का कहना है कि हमने इससे पहले भी 1965 और 1971 की लड़ाई देखी हैं. उस समय भी हमने अपनी सेना का पूरा साथ दिया था. सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पाकिस्तान को धूल चटाई थी. आज अगर फिर से जंग होती है तो हम हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार हैं. गांव के हर शख्स का यही कहना है कि पाकिस्तान को मूंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना सक्षम है.
ईटीवी भारत के बाड़मेर संवाददाता ने भारत-पाक सीमा से सटे बारा गांव हालातों का जायजा लिया. गांव में पहुंचे तो एक चौपाल लगी हुई थी. मंगलवार को भारत ने पाकिस्तान के बालकोट और चिकोठी मे जो एयरस्ट्राईक और बुधवार को पाकिस्तानी फाइटर F-16 को नेस्तनाबूत कर दिया, इसी मुद्दे पर लोगों के बीच चर्चा चल रही थी.
गांव वालों से जब पूछा गया कि इधर के हालात क्या हैं तो उनका जवाब था कि इस बॉर्डर पर पूरी तरीके से शांति है. भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की है वह अपने आप में काबिले तारीफ है और इसलिए हम मोदी जी को बधाई देते हैं और अब अगर पाकिस्तान से और कुछ भी हरकत हमारे बॉर्डर पर की जाती है तो हम उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना के साथ तन मन और धन के साथ खड़े हैं
पश्चिमी राजस्थान के बॉर्डर पर इस वक्त पाकिस्तान की ओर से कुछ हलचल पहली दफा देखने को मिल रही है. दोनों तरफ कुछ तनाव के चलते फौज अलर्ट पर है. वहां के कुछ लोगों ने बताया कि आमतौर पर भारत से सटी सीमा के उस तरफ पाकिस्तान की चौकियों पर हलचल कम नजर आती है लेकिन पिछले 10 दिनों से उनकी सीमा चौकियों पर हलचल देखने को मिल रही है.
राजस्थान के ही श्रीगंगानगर जिले से सटे बॉर्डर पर बुधवार को पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग की खबरें भी गांव वालों तक हैं. गांव के लोग सेना की हर कार्रवाई इंटरनेट और टीवी के जरिए देख रहे हैं. गांव के लोगों का कहना है कि फिलहाल यहां युद्ध जैसे कोई हालात नहीं हैं...फिर भी जब ऐसी कोई जंग होती है हम सेना की मदद करेंगे.