जयपुर. आमेर को आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की योजना कोरोना के चलते अधर में लटक गई है. राजस्थान के सबसे बड़े पर्यटक स्थल आमेर महल को आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जाना था. इसके लिए 315 करोड़ रुपए का बजट भी जारी किया गया था. आमेर महल को ताजमहल की तर्ज पर बनाने का खाका तैयार किया था. लेकिन कोरोना ने इस योजना पर पानी फेर दिया.
पर्यटन एवं कला संस्कृति विभाग की तत्कालीन प्रमुख सचिव श्रेया गुहा ने पिछले साल 4 अप्रैल को परियोजना से जुड़े विभागों की बैठक ली थी. जिसमें प्रोजेक्ट का काम आगे बढ़ाने की योजना बनाने पर चर्चा हुई थी. गुलाबी नगर जयपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्रोजेक्ट के तहत आमेर महल क्षेत्र का चयन किया था. इस प्रोजेक्ट पर 315 करोड़ रुपए की लागत अनुमानित है. प्रोजेक्ट के लिए पैसा केंद्र सरकार देगी.
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आइकॉनिक आमेर प्रोजेक्ट को लेकर 22 से 30 अप्रैल 2018 के बीच केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के उच्च अधिकारी आमेर का दौरा कर चुके हैं. इसके बाद आइकॉनिक आमेर प्रोजेक्ट की रिपोर्ट बनाना शुरू हुई. इस वर्ष अप्रैल से इस योजना पर कार्य शुरू होना था लेकिन इससे पहले ही पूरा देश और विश्व कोरोना की चपेट में आ गया. कोरोना संक्रमण से आर्थिक संसाधन भी प्रभावित हुए. इस कारण इस योजना को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.